7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Study : Mizoram देश का ‘Happiest state’

अध्ययन : सामाजिक संरचना से युवाओं को बढ़ावा, 100 फीसदी साक्षरता दर

less than 1 minute read
Google source verification

जयपुर

image

Aryan Sharma

Apr 19, 2023

Study : Mizoram देश का ‘Happiest state’

Study : Mizoram देश का ‘Happiest state’

नई दिल्ली. गुरुग्राम के मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट के एक अध्ययन में मिजोरम को देश का सबसे खुशहाल राज्य घोषित किया गया है। केरल के बाद यह देश का दूसरा राज्य है, जो 100 फीसदी साक्षरता दर हासिल कर चुका है। मिजोरम का सामाजिक ढांचा वहां की खुशहाली का सबसे बड़ा कारण है।
अध्ययन करने वाले इंस्टीट्यूट में स्ट्रैटजी के प्रोफेसर राजेश के. पिलानिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मिजोरम अपने विद्यार्थियों को मुश्किल हालात में भी विकास का मौका देता है। मिजोरम की सामाजिक संरचना भी यहां के युवाओं की खुशी में योगदान करती है। वहां की एक निजी स्कूल की शिक्षिका सिस्टर लालरिनमावी खियांग्ते का कहना है, परवरिश युवाओं को खुश करती है। हम जातिविहीन समाज हैं। यहां पढ़ाई के लिए माता-पिता का दबाव भी कम है। रिपोर्ट में बताया गया कि मिजो समुदाय का हर युवा जल्दी कमाई करना शुरू कर देता है। वहां किसी भी काम को छोटा नहीं माना जाता। युवाओं को आम तौर पर 16 या 17 साल की उम्र में रोजगार मिल जाता है। लड़कियों और लड़कों में कोई भेदभाव नहीं होता।

खुशी के मापदंड
रिपोर्ट के मुताबिक, मिजोरम हैप्पीनेस इंडेक्स 6 मापदंडों पर आधारित है। इनमें परिवार के रिश्ते, काम से संबंधित मुद्दे, सामाजिक और लोगों के हित के मुद्दे, धर्म, कोरोना का असर, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य शामिल हैं।

विद्यार्थी आशावादी
रिपोर्ट में बताया गया कि मिजोरम में शिक्षक नियमित रूप से विद्यार्थियों के माता-पिता से मिलते हैं, ताकि उनकी किसी भी समस्या का समाधान किया जा सके। इससे विद्यार्थी आशावादी रहते हैं और पढ़ाई में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं।