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राजस्थान में 8 करोड़ 15 लाख का मायरा: 2.21 करोड़ नकद, एक किलो सोना…गांव के हर परिवार को दिया डेढ़ तोला चांदी का सिक्का

Mayra Nagaur : नागौर जिले के खींवसर के ढींगसरा गांव के एक किसान परिवार के छह भाइयों ने रायधनु गांव में अपने भांजे की शादी में बहन के 8 करोड़ 15 लाख का मायरा (भात) भरा है।

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Nagaur Shaadi Ka Mayra : myra of 8 crore 15 lakh filled In Nagaur

खींवसर (नागौर)। ढींगसरा गांव के एक किसान परिवार के छह भाइयों ने रायधनु गांव में अपने भांजे की शादी में बहन के 8 करोड़ 15 लाख का मायरा (भात) भरा है। ढींगसरा निवासी एवं पूर्व प्रधान कंवराई मेहरिया के दोहिता सुभाष गोदारा की शादी खींवसर के झालों की ढाणी निवासी संजु पालीयाल के साथ होनी है।

रविवार को नागौर की पूर्व प्रधान कंवराई मेहरिया के पुत्र भाजपा नेता भागीरथ मेहरिया, अर्जुनराम मेहरिया, हरिराम मेहरिया, उम्मेदराम मेहरिया, मेहराम मेहरिया व प्रहलाद मेहरिया ने अपनी बहन भंवरी देवी के यह मायरा भरा। सभी भाई कृषि कार्य के साथ ठेकेदारी का काम करते हैं।

गौरतलब है कि पिछले दिनों बुरड़ी गांव के एक किसान परिवार के तीन भाइयों ने अपनी भांजी की शादी में 3 करोड़ 21 लाख रुपए का मायरा भरा था, लेकिन रविवार को ढींगसरा में 8 करोड़ 15 लाख के भरे गए इस मायरे ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मायरा भरने के दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री सी.आर. चौधरी, नागौर विधायक मोहनराम चौधरी सहित जिलेभर के आधे दर्जन से अधिक पंचायत समितियों के प्रधान एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

यह भी पढ़ें : बुरड़ी के जाटों ने बहन के भरा 3 करोड़ 21 लाख का मायरा

2 किलोमीटर का रैला
जब ढींगसरा के भाई, बहन के मायरा भरने के लिए रवाना हुए तो वाहनों का करीब 2 किलोमीटर लम्बा काफिला बना रहा। इस दौरान आगे बैलगाड़ी चल रही थी, पीछे ट्रेक्टर ट्रॉलियों में सजे धजे परिधानों में ग्रामीण तेजा गायन भी कर रहे थे। पूर्व सरपंच एवं भाजपा नेता भागीरथ मेहरिया ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन के लिए दिल खोलकर भात भरा है।

भरा आठ करोड़ पन्द्रह लाख का मायरा

- 2.21 करोड़ रुपए नकद

- एक किलो 125 ग्राम सोना (71 लाख रुपए)

- 14 किलो चांदी (9 लाख 80 हजार रुपए)

- 100 बीघा खेत (4 करोड़ 42 लाख)

- एक बीघा का आवासीय प्लाट (50 लाख)

- एक ट्रेक्टर मय ट्रॉली अनाज से भरी (7 लाख)

- गांव के प्रत्येक परिवार को डेढ़ तोला चांदी का सिक्का (11 लाख 20 हजार)

- गांव के प्रत्येक परिवार को पांच सौ रुपए की ड्रेस (4 लाख)