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New District In Rajasthan- नए संभागों की घोषणा से जयपुर, जोधपुर, उदयपुर से आउट होंगे कई जिले

जयपुर। प्रदेश में तीन नए संभाग और 19 नए जिले बनने के साथ ही संभागों के क्षेत्रों को लेकर कवायद शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot ) ने शुक्रवार को विधानसभा में प्रदेश में नए संभाग और जिलों ( new divisions and districts in the state ) की घोषणा की है। इसके साथ ही प्रदेश में अब दस सभाग और पचास जिले हो गए हैं।

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जयपुर

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Rakhi Hajela

Mar 18, 2023

Written By Sharad Sharma

जयपुर। प्रदेश में तीन नए संभाग और 19 नए जिले बनने के साथ ही संभागों के क्षेत्रों को लेकर कवायद शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot ) ने शुक्रवार को विधानसभा में प्रदेश में नए संभाग और जिलों( new divisions and districts in the state ) की घोषणा की है। इसके साथ ही प्रदेश में अब दस सभाग और पचास जिले हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार, संभागों के गठन में सर्वाधिक टूट जयपुर, उदयपुर और जोधपुर संभाग में होने जा रही है। यहां से कई बड़े जिले अलग होने की संभावना है। मुख्य रूप से इन संभागों के टूटने से ही तीन नए संभाग बन रहे है। इन संभागों से औसतन दो से तीन बड़े जिले कम हो रहे हैं। हालांकि इसके बाद भी जयपुर और जोधपुर संभाग में सर्वाधिक जिले रहेंगे, वहीं जोधपुर ही क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा संभाग रहने वाला है।इस तमाम परिवर्तन का कोटा संभाग पर कोई खास असर पड़ने की संभावना नहीं है।

ये है संभागीय इतिहास
राजस्थान में संभागीय व्यवस्था की शुरूआत 1949 में तात्कालिक मुख्यमंत्री हीरालाल शास्त्री ने की थी। इस दौरान जयपुर, जोधपुर,उदयपुर, कोटा और बीकानेर संभाग बनाए गए।यह व्यवस्था करीब 13 साल तक प्रदेश में यह व्यवस्था चली। इसके बाद अप्रैल, 1962 में मोहनलाल सुखाडि़या सरकार की ओर से प्रदेश में संभागीय व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया। इसके करीब 25 साल बाद 15 जनवरी, 1987 में हरिदेव जोशी सरकार की ओर से प्रदेश में संभागीय व्यवस्था की वापस से शुरूआत की गई। इस दौरान वर्ष 1987 में ही राजस्थान का छठा संभाग अजमेर को बनाया गया। इसके बाद 4 जून 2005 को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भरतपुर को प्रदेश का सातवां संभाग बनाने की घोषणा की थी।
17 साल बाद तीन नए संभाग
प्रदेश में वर्ष 2005 के करीब सत्रह साल बाद तीन नए संभाग बनाने की घोषणा शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की। इसके तहत बांसवाड़ा, सीकर और पाली को संभाग बनाया गया है।

यह भी पढ़ें – New District In Rajasthan:- राजस्थान में जिलों का सफर – 67 साल में 26 से हुए 50, दूसरी बार टूटा जयपुर

वर्तमान संभागीय व्यवस्था
संभाग जयपुर — सीकर, जयपुर, अलवर, दौसा, झुंझुनूं
संभाग अजमेर — अजमेर, नागौर, भीलवाड़ा, टोंक
संभाग जोधपुर — जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, पाली, जालोर, सिरोही
संभाग बीकानेर — बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू
संभाग कोटा — झालवाड़,बारां, कोटा बूंदी
संभाग उदयपुर — उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, राजसमंद
संभाग भरतपुर — भरतपुर, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर

ये हो सकती है आगामी व्यवस्था
संभाग जयपुर — जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, कोटपूतली, दूदू, अलवर, खैरथल, दौसा
संभाग अजमेर — अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक, ब्यावर, शाहपुरा, केकडी
संभाग जोधपुर — जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम,जैसलमेर, बाड़मेर, बालोतरा, फलौदी
संभाग बीकानेर — बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अनूपगढ़
संभाग कोटा — झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी
संभाग उदयपुर — उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सलूम्बर
संभाग भरतपुर — भरतपुर, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर, डीग, गंगापुर सिटी

नए संभागों में ये जिले हो सकते है शामिल
संभाग सीकर — सीकर, झुंझुनूं, नागौर, चूरू, नीम का थाना, डीडवाना
संभाग बांसवाड़ा — बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़
संभाग पाली — पाली, जालौर, सिरोही, सांचौर

ये है नए जिले
अनूपगढ़, बालोतरा,ब्यावर, डीग, डीडवाना, दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी कोटपूतली खैरथल, नीमकाथाना, फलौदी, सलूम्बर, सांचौर, शाहपुरा।