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जयपुर

फर्जी आदेश वायरल, सवाईमाधोपुर से जयपुर तक मची खलबली

सोशल मीडिया पर डमी अकाउंट बनाकर सरकारी योजनाओं के प्रचार का कथित आदेश वायरल होने पर सवाईमाधोपुर से जयपुर तक खलबली मच गई।

जयपुरAug 05, 2022 / 03:51 pm

Kamlesh Sharma

Officer Suspended for circulating fake order to create dummy accounts

सोशल मीडिया पर वायरल आदेश

जयपुर/सवाईमाधोपुर। सोशल मीडिया पर डमी अकाउंट बनाकर सरकारी योजनाओं के प्रचार का कथित आदेश वायरल होने पर गुरुवार को सवाईमाधोपुर से जयपुर तक खलबली मच गई।

मामले में आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग ने सवाईमाधोपुर के सहायक निदेशक सतीश कुमार सहारिया को निलम्बित कर दिया, वहीं सवाईमाधोपुर पुलिस अधीक्षक से सूचना-प्रौद्योगिकी अधिनियम व भारतीय दंड संहिता की धाराओं में एफआइआर दर्ज करने को कहा गया है। उधर, सहारिया ने अपने नाम से वायरल कथित आदेश को कूटरचित बताया है। पुलिस ने कहा कि आदेश फर्जी आइडी से वायरल किया गया।

डमी अकाउंट बनाने का कोई आदेश नहीं
वायरल कथित आदेश को लेकर आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के निदेशक ओमप्रकाश बैरवा ने स्पष्ट किया है कि उनके द्वारा सोशल मीडिया पर डमी अकाउंट बनाने का कोई आदेश नहीं दिया गया। सहारिया के नाम से ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारियों को संबोधित कथित पत्र में फेसबुक एवं ट्विटर पर डमी अकाउण्ट बनाने के लिए उनके निर्देशों का उल्लेख किया है, जो सही नहीं है। पत्र को कूटरचित बताते हुए पुलिस से सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के अन्तर्गत कार्रवाई करने को कहा है। निलम्बनकाल में सहारिया का मुख्यालय जयपुर रहेगा।

भाजपा हुई हमलावर
सवाईमाधोपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए डमी सोशल मीडिया अकाउंट की मदद ले रही है, जो शर्मनाक और अपराध है। भाजपा प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल ने डीजीपी एम.एल. लाठर से उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

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https://twitter.com/ashokgehlot51?ref_src=twsrc%5Etfw
बवाल इसको लेकर
सहारिया के नाम से सवाईमाधोपुर, गंगापुरसिटी, खण्डार, बामनवास, बौंली व चौथकाबरवाड़ा पंचायत समिति के ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारियों को कूटरचित आदेश वायरल हुआ। इसमें युवामित्रों से ट्विटर पर 10 और फेसबुक पर पांच डमी अकाउंट बनाने तथा फोटो, वीडियो वायरल करने को भी कहा है।
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जारी पत्र में ‘डमी’ शब्द नहीं
कार्यालय से जो लेटर जारी किया, उसमें डमी शब्द का उपयोग नहीं है। आरोप निराधार है।
सतीश सहारिया, सहायक निदेशक, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग

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