Phone tapping case: : सीएम के ओएसडी लोकेश शर्मा से क्राइम ब्रांच ने की तीन घंटे पूछताछ
Phone tapping case जयपुर। फोन टैपिंग केस में मुख्यमंत्री गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा आज पहली बार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए। शर्मा से करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई। बाद में मीडिया से बातचीत में शर्मा ने कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूछताछ के लिए बुलाया था।
जयपुर•Dec 06, 2021 / 06:27 pm•
rahul
Phone tapping case जयपुर। फोन टैपिंग केस में मुख्यमंत्री गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा आज पहली बार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए। शर्मा से करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई। बाद में मीडिया से बातचीत में शर्मा ने कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूछताछ के लिए बुलाया था।
शर्मा ने अगली तारीख के लिए पूछे जाने पर कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। इससे पहले शर्मा को तीन बार नोटिस दिए गए थे लेकिन वो पेश नहीं हुए थे। लोकेश शर्मा पेश होने के लिए कल ही दिल्ली चले गए थे। क्राइम ब्रांच के अफसरों ने शर्मा से फोन टैपिंग केस से जुड़े सबूतों के बारे में सवाल जवाब किए। इसमें सबसे बड़ा सवाल विधायक खरीद फरोख्त के दावे वाले ऑडियो टेप को लेकर रहा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने 13 जनवरी तक लोकेश शर्मा की गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने फोन टैपिंग मामले में पूछताछ करने के लिए मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा को चौथी बार नोटिस जारी कर पेश होने को कहा था, इससे पहले लोकेश शर्मा को 24 जुलाई उसके बाद 22 अक्टूबर और तीसरी बार 12 नवंबर को नोटिस जारी करके पेश होने को कहा गया था लेकिन लोकेश शर्मा तीनों ही बार दिल्ली नहीं पहुंचे, हालांकि लोकेश शर्मा ने वर्चुअल तौर पर पेश होने की अपील की थी।
पिछले साल जुलाई माह में राजस्थान में सरकार गिराने और विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर ऑडियो वायरल हुए थे। ऑडियो वायरल करने में मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा का नाम सामने आया था। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी सरकार गिराने की साजिश के आरोप लगे थे। विधानसभा में फोन टैपिंग के सवाल पर सरकार की स्वीकारोक्ति के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा के खिलाफ दिल्ली क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज करवाई थी।