
Rajasthan Election: भाजपा-कांग्रेस ने खेला ओबीसी कार्ड, भाजपा दो कदम आगे
नामांकन वापसी के साथ ही राजस्थान में चुनावी तस्वीर साफ हो गई है। भाजपा ने सभी 200 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं, वहीं कांग्रेस ने 199 सीट पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। एक सीट आरएलडी के लिए छोड़ी गई है। प्रत्याशियों पर नजर डाली जाए तो दोनों ही पार्टियों का फोकस ओबीसी वर्ग पर ज्यादा रहा है। कांग्रेस ने कुल 200 सीटों में 62 पर ओबीसी वर्ग के प्रत्याशियों को टिकट दिया है। भाजपा दो कदम आगे है और उसने 64 सीटों पर ओबीसी वर्ग के नेताओं को प्रत्याशी बनाया है। वहीं सामान्य वर्ग के मामले में भी भाजपा आगे हैं और उसने 64 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं, वहीं कांग्रेस ने सामान्य वर्ग के 43 प्रत्याशियों को टिकट दिया है। हालांकि कांग्रेस ने 14 मुस्लिम प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने एक भी मुस्लिम को प्रत्याशी नहीं बनाया है।
कांग्रेस की 28 और भाजपा की 20 महिला प्रत्याशी
भाजपा ने भले ही लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की हो, लेकिन महिलाओं को टिकट देने के मामले में वह कांग्रे से पीछे नजर आ रही है। कांग्रेस ने 28 महिला प्रत्याशी मैदान में उतारी है, जबकि भाजपा का आंकड़ा केवल 20 है। जो 2018 के चुनाव के मुकाबले भी कम है।
कांग्रेस ने ज्यादा दिया युवाओं को मौका
इस बार के विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों ने युवाओं के भी मौका दिया है। इसमें कांग्रेस आगे रही है। कांग्रेस ने 50 साल से कम उम्र के 70 नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा में यह संख्या 55 है। वहीं 51 से 60 आयु के कांग्रेस ने 50 और भाजपा ने 67 नेताओं को टिकट दिया है। 60 से ज्यादा उम्र के कांग्रेस के 71 और भाजपा के 68 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है।
कांग्रेस ने दिए 90 विधायकों को टिकट
कांग्रेस ने वर्तमान 90 विधायकों का टिकट रिपीट किया है। वहीं भाजपा ने भी 57 विधायकों को टिकट दिया है। इस तरह कांग्रेस ने 23 और भाजपा ने 14 विधायकों का टिकट काट दिया है।दोनों पार्टियों की सूची में 2018 में हारे 75 प्रत्याशियों को फिर मौका दिया है। इसमें कांग्रेस के 29 और भाजपा के 56 प्रत्याशी हैं। वहीं दोनों पार्टियों के 81 नए चेहरे पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं।
Published on:
10 Nov 2023 11:23 am
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