बसपा के सभी 6 विधायक पिछले दिनों कांग्रेस में शामिल होने के लिए विधानसभा में तो पत्र सौंप चुके हैं, लेकिन कांग्रेस की सदस्यता अभी तक विधायकों ने नहीं ली। कांग्रेस में शामिल होने के दौरान पार्टी के बड़े नेताओं ने दावा किया था कि वे किसी पद की लालसा में नहीं आए, लेकिन अब वे मंत्री पद व अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारी लेने को लेकर अंदर खाने सक्रिय बने हुए हैं। वहीं पार्टी के पन्द्रह से बीस विधायक और बड़े नेता मंत्री व राजनीतिक नियुक्तिों में राज्य स्तरीय पद को लेकर लॉबिंग में जुट गए हैं। इनमें बड़ी संख्या में ऐसे नेता हैं, जो कांग्रेस के दोनों गुटों के नेताओं से गुप्त रूप से मुलाकात भी कर रहे हैं। इनमें कई पूर्व मंत्री भी बताए जा रहे हैं।
प्रदेश में आयोग और न्यायाधिकरणों के राजनीतिक नियुक्तियों के जरिए भरे जाने वाले पदों को लेकर हाईकोर्ट में भी मामला चल रहा है। जहां सरकार की ओर से हाल ही न्यायालय में बताया गया है कि आयोग व न्यायाधिकरणों के करीब 29 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया तेजी से चल रही है और जल्द नियुक्तियां कर दी जाएंगी। सरकार की ओर से न्यायालय में दी गई इस जानकारी के बाद में प्रदेश के बड़े कांग्रेसी नेताओं ने लॉबिंग तेज कर दी है। इन नेताओं की जयपुर ही नहीं दिल्ली में भी पार्टी नेताओं से मुलाकात का दौर चल रहा है।