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Rajasthan Election 2023 : …तो क्या टिकटों को लेकर राजस्थान कांग्रेस में भी परिवारवाद रहेगा हावी

Rajasthan Assembly Election 2023 : परिवारवाद को दूर रखने के दावों से एक बार फिर कांग्रेस पार्टी बच नहीं सकी। विधानसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस की सूची में बड़े नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट देकर उपकृत किया गया है।

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जयपुर

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Kirti Verma

Oct 16, 2023

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राहुल सिंह

जयपुर . Rajasthan Assembly Election 2023 : परिवारवाद को दूर रखने के दावों से एक बार फिर कांग्रेस पार्टी बच नहीं सकी। विधानसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस की सूची में बड़े नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट देकर उपकृत किया गया है। खास बात यह है कि एक ही परिवार में दो टिकट तक दे दिए गए।

मध्य प्रदेश की इस सूची से राजस्थान कांग्रेस के बड़े नेताओं के रिश्तेदारों की भी उम्मीद बंध रही है। कि उन्हें टिकट मिल सकते हैं। प्रदेश में करीब एक दर्जन से अधिक नेताओं के रिश्तेदार टिकट की दौड़- में हैं। विधानसभा चुनाव के लिए पहली सूची चार-पांच दिन में आ सकती हैं। ऐसे नेता अपने इन रिश्तेदारों के टिकट के लिए बड़ा दबाव भी बना रहे हैं। हालांकि पार्टी की ओर से कराए जा रहे सर्वे से चिंता बढ़ी हुई है।

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तो क्या गहलोत के पुत्र वैभव को मिलेगा मौका
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को भी विधानसभा चुनाव का टिकट मिल सकता है। हालांकि वे लोकसभा चुनाव में जोधपुर से केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के सामने ढाई लाख से ज्यादा वोटों से हार गए थे। वैभव के लिए सुरक्षित सीट के रूप में बीकानेर पूर्व, 'हिंडोली, हवामहल, चौमू फलौदी व दो अन्य सीट की चर्चा है। इन सीटों पर माली के साथ अन्य ओबीसी और मुस्लिम वोटों की अच्छी खासी संख्या है।


रंधावा दे चुके बयान...
राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा पिछले दिनों कांग्रेस के बड़े नेताओं के रिश्तेदारों के टिकट के मामले में कड़ा बयान दे चुके है। रंधावा ने यूथ कांग्रेस के कार्यक्रम में कहा था कि कांग्रेस के बड़े लीडरों को अपने परिवार के स्वार्थ को एक तरफ करना होगा। नेताओं को परिवारवाद भूलकर दूसरे कार्यकर्ताओं को आगे लाना होगा।

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एमपी कांग्रेस में चला परिवारवाद
एमपी में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के परिवार में पुत्र जयवर्धन सिंह और भाई लक्ष्मण सिंह को टिकट दिया है। हालांकि जयवर्धन अभी विधायक हैं और लक्ष्मण सिंह भी सांसद और विधायक रह चुके हैं। इसी तरह वहां नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के भांजे राहुल भदौरिया, गोविंद सिंह की समधन व पूर्व विधायक चंदा गौर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव के विधायक भाई सचिन यादव को भी टिकट दिया गया है।


रिश्तेदारों के लिए ये मांग रहे टिकट

सीट- विधायक- दावेदार रिश्तेदार
कोटा उत्तर - शांति धारीवाल- अमित धारीवाल, पुत्र
गुढामालानी- हेमाराम चौधरी- सुनीता चौधरी, पुत्री
शिव- अमीन खां- शेर मोहम्मद, पुत्र
श्रीमाधोपुर - दीपेन्द्र सिंह शेखावत- बालेन्दु शेखावत, पुत्र
खंडेला- महादेव सिंह- गिरिराज सिंह, पुत्र
हवामहल -महेश जोशी- रोहित जोशी, पुत्र
करणपुर - गुरमीत सिंह कुन्नर- रूपेन्द्र सिंह, पुत्र
धोद- परसराम मोरदिया- राकेश-महेश मोरदिया, पुत्र
खेतड़ी- जितेन्द्र सिंह- सोनिया सिंह, पुत्री
कठूमर- बाबूलाल बैरवा - वधेश बैरवा, पुत्र
बगरू - गंगा देवी - रवि, पुत्र