बांसवाडा जिले में भूंगड़ा में 8 इंच से अधिक बरसात हुई। वहीं झालावाड़ के डग में छह इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। उदयपुर जिले के जयसमंद को भरने वाली झामरी नदी में आवक होने से सभी पुलियाओं के उपर से पानी बहा। उथरदा पुल का आधा हिस्सा बह गया, जिससे मार्ग बंद हो गया और एक-दूसरे छोर पर करीब चालीस लोग फंस गए। जो गांव आए वो गांव में रह गए और जो खेत, भागल पर गए वे वही रह गए।
कोटा बैराज से छोड़ा तीन लाख क्यूसेक पानी, धौलपुर में उफनेगी चंबल
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार कोटा व मध्य प्रदेश के ऊपर फिलहाल अति गहरा कम दवाब का क्षेत्र बना हुआ है। जो अगले 24 घंटे में पश्चिमी राजस्थान की ओर बढ़ जाएगा। जिससे पश्चिमी राजस्थान के भागों में बारिश बढ़ेगी। अगले 48 घंटे के दौरान उदयपुर, जोधपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी से अतिभारी (150 से 200 एमएम ) बारिश हो सकती है। जबकि जयपुर संभाग, बीकानेर, भरतपुर संभाग में बादल छाए रहेंगे। इन इलाकों में तेज हवा चलेगी और बारिश होगी। 18 अगस्त के बाद यह सिस्टम और आगे बढ़ जाएगा। जिससे भारी बारिश में कमी आएगी। पश्चिमी हवा भी प्रभावी होगी।
राजस्थान में भारी बारिश, उफान पर नदी, जान जोखिम में डाल रहे लोग
झमाझम से राजस्थान में प्रदेश में सीजन की सौ फीसदी बारिश मंगलवार तक पूरी हो गई, अब जो बारिश होगी, वह मुनाफे में जुड़ेगी। राजस्थान में मानसून सीजन की औसत बारिश मौसम विभाग ने 435.6 मिमी निर्धारित कर रखी है। जबकि प्रदेश में 436.1 मिमी बारिश इस सीजन में अब तक हो चुकी है। यानी की औसत बारिश का कोटा पूरा हो गया है। अभी मानसून सीजन का कम से कम एक महीना शेष है। इस एक महीने में पिछले डेढ माह जैसी बारिश ही हुई तो बारिश का आंकड़ा 600 मिमी तक पहुंच सकता है।