
जयपुर। रामनवमी महोत्सव के अवसर पर आदर्श नगर स्थित राम मंदिर में नौ दिवसीय कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के सातवें दिन आचार्य संदीप कृष्ण शास्त्री ने शबरी और नवधा भक्ति के उपदेश के बारे में व्याख्यान के साथ ही भगवान राम की लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जब भगवान राम माता सीता की तलाश में वन वन भटक रहे थे तो वन में माता शबरी के आश्रम में पधारे। शबरी ने भगवान से कहा कि प्रभु मैं आपकी स्तुति किस प्रकार से करूं ?मैं तो इस योग्य ही नहीं हूं की आप की स्तुति कर सकूं। भगवान राम ने कहा कि मुझे सहज ,सरल लोग अति प्रिय है ।मैं आपसे नवधा भक्ति कहता हूं पहली भक्ति है संतों का सत्संग, दूसरी भक्ति मेरी कथा से प्रेम, तीसरी भक्ति अभिमान रहित गुरु चरणों की सेवा ,चौथी कपट रहित होकर मेरे गुणों का गान। पांचवी भक्ति मेरे मंत्र का जाप, छठी भक्ति इंद्रियों का निग्रह सच्चरित्र रहना ,बहुत से कर्मों से वैराग्य और संत पुरुषों की आचरण में लगे रहना ,सातवीं भक्ति है जगत भर को समभाव से देखना और संतों का सम्मान। आठवीं भक्ति है जो कुछ मिल जाए उसी में संतोष और पराए दोषों को नहीं देखना, नवीं भक्ति है सरलता ,किसी के साथ कपटता नहीं करना ,किसी भी अवस्था में हर्ष अथवा विषाद न होकर हमेशा समभाव में रहना ।
अध्यक्ष हरचरण लेकर ने बताया कि कल हनुमत चवरित और सुंदरकांड और 16 अप्रेल को भरत मिलाप और राम राज्याभिषेक का व्याख्यान सुनाया जाएगा। महामंत्री अनिल खुराना ने बताया कि 17 अप्रेल को रामनवमी महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। प्रात: 6.30 बजे नित्य मंगला आरती होगी और 9 बजे हवन होगा। 10 बजे से सुंदरकांड के पाठ 11.30 बजे महिला मंडल की ओर से राम नाम का संकीर्तन किया जाएगा। मध्यान्ह 12 बजे भगवान की प्राकट्य आरती होगी। 12.15 बजे महिला मंडल द्वारा भगवान के जन्म की खुशी में बधाई गान गाया जाएगा। दिन में 12.45 से विशाल भंडारा आयोजित होगा।
Published on:
14 Apr 2024 06:28 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
