-राजनीतिक संस्कृति में आमूल-चूल परिवर्तिन के प्रयास माधव ने बुधवार को जयपुर में शैक्षिक मंथन संस्थान की ओर से आयोजित ‘भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और शिक्षाÓ विषय पर व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप मे बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार देश की राजनीतिक संस्कृति को आमूल-चूल परिवर्तित करने की पुरजोर कोशिश कर रही है। वर्तमान केंद्र सरकार जिम्मेदारी, जबावदेही एवं भ्रष्टाचारमुक्त और देश की आत्मा को प्रतिबिम्बित करने वाली सरकार देने का प्रयास कर रही हैं। केंद्र सरकार का लक्ष्य केवल विकास तक ही सीमित नहीं है, वरन् देश एवं समाज के लिए जिम्मेदारी के साथ काम करने का भी है। इसी से नये भारत का चित्र साकार होते हुए हम देख सकेंगे।
-ताजा दृश्य राष्ट्रवादी शिक्षा का परिणाम शिक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रवादी शिक्षा का ही परिणाम है, जो ²श्य आज हम सब देख रहे हैं। देश में बाहर से कई आक्रांताओं के आक्रमण हुए। उनके निशाने पर देश की छात्र शक्ति एवं शिक्षा व्यवस्था रही। हमारे देश में उस समय सभी के लिए शिक्षा उपलब्ध थी, लेकिन अंग्रेजों का दृष्टिकोण घृणापूर्ण था। मेकाले ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने की योजना बनाई। वे भारतीयता को जड़ से खत्म करना चाहते थे।