उन्होंने बताय कि 26 दिसंबर को शाम 5 बजे अग्रवाल पीजी कॉलेज में “शिक्षा में भारतीयता और व्यवस्था परिवर्तन” विषय पर एक प्रबुद्धजन गोष्ठी का आयोजन भी किया जाएगा। गोष्ठी के मुख्य वक्ता शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के सचिव अतुल भाई कोठारी होंगे। वहीं संगोष्ठी की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी उपस्थित रहेंगे। गौरतलब है कि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास का कार्य 2004 में शिक्षा बचाओं आंदोलन के रूप में शुरू हुआ था। उस समय ध्यान में आया था कि शिक्षा में कुछ बातें जानबूझकर यहां की संस्कृति, सभ्यता और देवी- देवताओं के लिए गलत तरीके फैलाई जा रही है। इन्हीं बातों को ठीक करने के लिए शिक्षा बचाओं आंदोलन प्रारंभ हुआ था।
16 विषयों पर चल रहा है काम
कड़ेल ने कहा न्यास वर्तमान में 16 विषयों को लेकर काम कर रहा है। 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति घोषित हुई। यह नीति देश में किस तरह से और अच्छे से लागू हो, इस पर सेमिनार और संगोष्ठियां आयोजित कर रहे हैं। शिक्षा नीति नीचे विद्यालयों और महाविद्यालयों तक उतरे ताकि इसका लाभ छात्रों को मिले, इसके लिए एक अभियान न्यास ने शुरू किया है। बैठक में शिक्षा से आत्मनिर्भर भारत विषय पर भी चर्चा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्म निर्भर भारत का कांस्टेप्ट देश के सामने रखा है। इस दिशा में सार्थक प्रयास भी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थी और युवा किस तरह से आत्मनिर्भर बन सकते हैं, ऐसे प्रयास शिक्षण संस्थानों के माध्यम से शुरू किए है। युवा नौकरी के पीछे भागने वाला ही नहीं बने बल्कि वह रोजगार देने वाला बनें, इस दिशा में भी काम शुरू किया है।