इधर, आरोपियों से पूछताछ के बाद सांभरलेक के त्योद गांव निवासी एक जने को लूटी गई चेन का आधा हिस्सा बरामद किया है। ज्ञात रहे कि वारदात का सीसीटीवी कैमरे का सनसनीखेज वीडियो सामने आया था। इसके बाद ही पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी थी।
डीसीपी (साउथ) दिगंत आनंद ने बताया कि अनुसंधान में सामने आया कि एक जगह आरोपी दो-तीन बार चोरी की बाइक लाकर रखते हुए नजर आए, जहां पर कैमरों की फुटेज में उनके चेहरे साफ नजर आए। इसके बाद पन्द्रह पुलिसकर्मियों की टीम ने रेनवाल, जोबनेर, नरैना, फागी और फुलेरा में डेरा डालकर रहने वाले लोगों में आरोपियों की तस्दीक की तो फुटेज में आए चेहरों से उनकी पहचान की। इसके बाद ऑपरेशन चलाया गया।
डीसीपी ने बताया कि एसीपी संजय शर्मा व मानसरोवर थानाधिकारी राजेन्द्र गोदारा के नेतृत्व में गुरुवार रात एक बजे पुलिसकर्मियों ने लुटेरों को पकडऩे के लिए ऑपरेशन चलाया। जोबनेर में बोबास स्थित बामणियावास ढाणी निवासी लुटेरे नानूराम बावरिया उर्फ जीतू को पकडऩे के लिए टीम ने घेराबंदी की। आरोपी को पुलिस टीम की भनक लगी तो घर से भागने लगा। पुलिसकर्मियों ने पीछा किया तो आरोपी अंधेरे में पांच छह फीट की दीवार को कूदकर भागने का प्रयास किया, जिससे उसके पैर में चोट लग गई।
पुलिसकर्मियों ने उसको पकड़ लिया। वहीं नरैना स्थित पितयावास निवासी कानाराम उर्फ गौरीशंकर बावरिया भी पुलिस से बचने के लिए भागा और दीवार से गिरने पर चोटग्रस्त हो गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि मानसरोवर में भृगुपथ पर सोना मीना से लूटी गई सोने की चेन का टूटा हिस्सा सांभरलेक के त्योद निवासी भागचंद बावरिया को बेच दिया था। पुलिस की एक टीम ने शुक्रवार शाम भागचंद को पकड़ लिया और उससे टूटी चेन का हिस्सा बरामद किया।