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बिना सूचना दिए सीकर रोड पर रास्ते रोके…पांच किमी का लगा रहे चक्कर

मुख्य सीकर रोड पर भवानी निकेतन, ढेहर के बाला जी और खेतान चौराहे पर पर बैरिकेड्स लगाने से लोगों को अम्बाबाड़ी तक जाने में दिक्कत हो रही है। झोटवाड़ा से जो लोग विद्याधर नगर, अम्बाबाड़ी, पुराना विद्याधर नगर और नया खेड़ा जाना चाहते हैं, वे अलका सिनेमा के सामने बने कट से विद्याधर नगर में प्रवेश करते हैं।

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जयपुर. सीकर रोड पर ड्रेनेज लाइन डाली जा रही है, लेकिन जेडीए और यातायात पुलिस ने बिना सूचना बैरिकेड्स लगाकर तीन कट और एक मुख्य रास्ता बंद कर दिया। इससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। अम्बाबाड़ी तिराहे पर आवाजाही ठप है। वहीं, मुख्य सीकर रोड पर भवानी निकेतन, ढेहर के बाला जी और खेतान चौराहे पर पर बैरिकेड्स लगाने से लोगों को अम्बाबाड़ी तक जाने में दिक्कत हो रही है। झोटवाड़ा से जो लोग विद्याधर नगर, अम्बाबाड़ी, पुराना विद्याधर नगर और नया खेड़ा जाना चाहते हैं, वे अलका सिनेमा के सामने बने कट से विद्याधर नगर में प्रवेश करते हैं।

वहीं, ढेहर के बालाजी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रवि जिंदल ने कहा कि काम व्यवस्थित तरीके से नहीं हो रहा। बाजार प्रभावित हो रहा है। इसको व्यवस्थित करवाया जाए। दो दिन पहले बिना बताए रास्ता बंद कर दिया है।

मैं परकोटा नियमित रूप से जाता हूं। लौटते वक्त दिक्कत होती है। नाले वाली सड़क पर मलबा पड़ा होने से हादसे का डर लगता है। या फिर पांच से छह किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है।
-भूपेंद्र सिंह, नया खेड़ा

रास्ता बंद करने में जल्दबाजी दिखाई। किसी के पास कोई जानकारी नहीं है। अम्बाबाड़ी तिराहे पर आकर लौटना पड़ा। एक जगह तो गेट पर ताले लगे हैं। यदि ताला खुलवा दिया जाए तो लोगों को राहत मिल जाए।
-नरेश पारीक, विद्याधर नगर

व्यापारियों से भी बात हुई है। क्या बेहतर व्यवस्था हो सकती है, इस पर काम किया जाएगा। 10 से 12 दिन में काम पूरा कर लिया जाएगा। ट्रैफिक प्रभावित न हो, इसके लिए बीआरटीएस कॉरिडोर से वाहनों को निकाल रहे हैं।
-संदीप गुप्ता, एक्सईएन, जेडीए

कौन डाल रहा मलबा
अम्बाबाड़ी सब्जी मंडी से नदी की ओर जाने वाली सड़क पर अचानक वाहनों का दबाव बढ़ गया। कई बार तो वाहन आमने-सामने हो जाते हैं। नदी के ऊपर महज 10 फीट की सड़क है। इस पर भी दोनों ओर मलबे के ढेर लगे हैं। इस सड़क का रखरखाव नगर निगम के पास है, लेकिन न तो मलबा हटाया जा रहा है और न ही मलबा डालने वालों को रोका जा रहा है।


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