एक्सपर्ट व्यू
जैसलमेर में पर्यावरण संरक्षण का कार्य कर रही संस्थाए ईआरडीएस संस्थान के मानद वैज्ञानिक डॉ. सुमित डुकिया बताते हैं कि विभिन्न देशों के पक्षी विशेषज्ञों द्वारा इस प्रकार के शोध प्रवासी पक्षियों के विचरण क्षेत्र के पर्यावरण को संरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भादरिया ओरण क्षेत्र में मध्य एशिया से पहुंचे गिद्ध की जानकारी मिलने पर वहाँ के स्थानीय पर्यावरण संरक्षक राधेश्याम विश्नोई बताते हैं कि लाठी क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में विभिन्न प्रजातियों के प्रवासी गिद्ध पहुंचते हैं, जो क्षेत्र की भादरिया ओरण में सुरक्षित महसूस करते हैं।
जैसलमेर के ही पर्यावरण प्रेमी पार्थ जगाणी इसे महत्वपूर्ण शोध जानकारी बताते हुए कहते हैं कि आमतौर पर इस प्रजाति के गिद्धों को भारत का स्थानीय पक्षी ही समझा जाता रहा है लेकिन यह शोध रोचक जानकारीयाँ प्रदान कर रहा है। गौरतलब है कि प्रवासी पक्षी विभिन्न देशों से लम्बी दूरी तय कर यहां के ओरणों व घास मैदानों में भोजन की तलाश में पहुंचते हैं। शोध में यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि प्रवासी पक्षी किन-किन रास्तों से होकर यहां तक पहुंचते हैं और यहां से आगे कहां जाते हैं।
जैसलमेर में पर्यावरण संरक्षण का कार्य कर रही संस्थाए ईआरडीएस संस्थान के मानद वैज्ञानिक डॉ. सुमित डुकिया बताते हैं कि विभिन्न देशों के पक्षी विशेषज्ञों द्वारा इस प्रकार के शोध प्रवासी पक्षियों के विचरण क्षेत्र के पर्यावरण को संरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भादरिया ओरण क्षेत्र में मध्य एशिया से पहुंचे गिद्ध की जानकारी मिलने पर वहाँ के स्थानीय पर्यावरण संरक्षक राधेश्याम विश्नोई बताते हैं कि लाठी क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में विभिन्न प्रजातियों के प्रवासी गिद्ध पहुंचते हैं, जो क्षेत्र की भादरिया ओरण में सुरक्षित महसूस करते हैं।
जैसलमेर के ही पर्यावरण प्रेमी पार्थ जगाणी इसे महत्वपूर्ण शोध जानकारी बताते हुए कहते हैं कि आमतौर पर इस प्रजाति के गिद्धों को भारत का स्थानीय पक्षी ही समझा जाता रहा है लेकिन यह शोध रोचक जानकारीयाँ प्रदान कर रहा है। गौरतलब है कि प्रवासी पक्षी विभिन्न देशों से लम्बी दूरी तय कर यहां के ओरणों व घास मैदानों में भोजन की तलाश में पहुंचते हैं। शोध में यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि प्रवासी पक्षी किन-किन रास्तों से होकर यहां तक पहुंचते हैं और यहां से आगे कहां जाते हैं।