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जैसलमेर

Video: बंद रहा जैसलमेर, निकाला मौन जुलूस

– कन्हैयालाल हत्याकांड के खिलाफ आक्रोश- राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग

जैसलमेरJun 30, 2022 / 07:43 pm

Deepak Vyas

बंद रहा जैसलमेर, निकाला मौन जुलूस

बंद रहा जैसलमेर, निकाला मौन जुलूस

जैसलमेर. उदयपुर में कन्हैयालाल की तालिबानी अंदाज में दो दिन पहले की गई वीभत्स हत्या के विरोध में गुरुवार को जैसलमेर पूरी तरह से बंद रहा। हिंदूवादी संगठनों के आह्वान पर जैसलमेर के व्यापारियों व दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर कन्हैयालाल हत्याकांड के खिलाफ अपने रोष का इजहार किया। शहर के लगभग सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान सुबह से दोपहर तक बंद रहे। शाम के समय आधे से ज्यादा प्रतिष्ठान खोले गए। हालांकि जिन संगठनों ने बंद बुलाया था, उनके प्रतिनिधियों ने आधे दिन तक ही बंद रखने की अपील की थी। दूसरी ओर गुरुवार को जिले में धारा 144 लागू होने के बावजूद हिंदूवादी संगठनों के सदस्यों के साथ आम दुकानदारों व अन्य लोगों ने सैकड़ों की तादाद में गड़ीसर प्रोल से एकत्रित होकर मौन जुलूस निकाला। यह जुलूस शहर के मुख्य बाजारों व मार्गों से होते हुए हनुमान चौराहा पहुंचा। जहां उपस्थित लोगों ने कन्हैयालाल की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। उसके बाद चुनिंदा लोगों ने जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें हत्यारों को त्वरित ढंग से फांसी की सजा दिलाने, राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के कानून व्यवस्था के मोर्चे पर विफल होने का आरोप लगाते हुए उसे बर्खास्त करने की मांग की गई। इसी तरह से जिले के पोकरण शहर व मोहनगढ़ कस्बे में भी गुरुवार को कन्हैयालाल हत्याकांड के विरोध में बाजार बंद रहे।
प्रतिष्ठानों के नहीं खुले ताले
इससे पहले गुरुवार सुबह से शहर के व्यापारिक प्रतिष्ठानों के ताले नहीं खोले गए। लोगों ने हिंदूवादी संगठनों के बंद के आह्वान को अपना समर्थन दिया। आमतौर पर शहर की सडक़ों पर नजर आने वाले ग्रामीणों की तादाद में भी खासी कमी दिखाई दी और हमेशा भीड़भाड़ वाले पुराने ग्रामीण बस स्टेंड से लेकर हनुमान चौराहा, अमरसागर प्रोल, गांधी चौक, कचहरी मार्ग, सदर बाजार, गोपा चौक, गुलासतला आदि में दिनभर में अधिकांश समय वीरानी छाई रही। मेडिकल की दुकानें और दूध डेयरी के अलावा इक्का-दुक्का प्रतिष्ठान ही खुले नजर आए। दोपहर बाद तक अधिकांश दुकानें बंद थी। शाम के समय कहीं जाकर शहर में थोड़ी रौनक नजर आई। बंद के चलते लोग चाय-पान और अल्पाहार तक को तरस गए। पेट्रोल पम्प खुले थे, लेकिन वहां भी सामान्य दिनों की तुलना में बहुत कम वाहन तेल भरवाने लाए गए।
मौन जुलूस में उमड़े लोग
गुरुवार सुबह करीब 10.30 बजे गड़ीसर प्रोल के पास सत्यदेव व्यास पार्क से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मौन जुलूस निकाला गया। इस जुलूस में संघ परिवार के विभिन्न आनुषांगिक संगठनों के अलावा भाजपा के तमाम नेता और कार्यकर्ता तथा अन्य लोग शामिल थे। कई लोगों ने मुंह पर मास्क भी लगा रखे थे। जुलूस अनुशासित ढंग से शहर के मुख्य मार्गों से होता हुआ हनुमान चौराहा पहुंचा। यहां गांधी प्रतिमा के पास सभी लोगों ने मृतक कन्हैयालाल की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। जुलूस में जिला प्रमुख प्रतापसिंह सोलंकी, भाजपा के जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश शारदा, पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी और छोटूसिंह भाटी, बाल भारती महाराज, अमृतलाल दैया, लालूसिंह सोढ़ा, पवन वैष्णव के साथ अन्य भाजपाई व हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता शामिल थे। जुलूस के आगे पुलिस व प्रशासन के अधिकारी चल रहे थे तो साथ-साथ व पीछे पुलिस के दसियों कार्मिक किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैनात किए गए थे।
पुलिस का कड़ा बंदोबस्त
धारा 144 लागू होने और बंद व मौन जुलूस के मद्देनजर पुलिस का काफी सख्त पहरा जैसलमेर मुख्यालय पर गुरुवार को दिखाई दिया। पुलिस अधिकारियों ने दिनभर शहर में वाहनों से दौरे कर ड्यूटी दे रहे कार्मिकों से शांति व्यवस्था के हालात के बारे में जानकारी ली। इस दौरान खुफिया एजेंसियों के कार्मिक भी मुस्तैद दिखाई दिए। शहर में चारों तरफ शांति रहने से पुलिस के साथ नागरिक प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
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