मिठाई बंटी कल्ला के लिए और जीते जितेंद्र सिंह
यह किस्सा साल 1990 के विधानसभा चुनाव का है। तब जैसलमेर का एक ही विधानसभा क्षेत्र होता था, उसके अंतर्गत ही पोकरण उपखंड क्षेत्र भी आता था। कांग्रेस की टिकट पर गोवद्र्धन कल्ला ने जनता दल के डॉ. जितेंद्र सिंह के सामने चुनाव लड़ा। मतगणना के आखिरी दौर तक कल्ला प्रतिद्वंद्वी पर हजारों मतों की बढ़त बना चुके थे। इस सूचना से कांग्रेस कार्यकर्ताओं और कल्ला समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। मिठाइयां बंटने का दौर तक शुरू हो गया। कल्ला की रिश्तेदारों के यहां बीकानेर तक खुशी का यही आलम था लेकिन मतगणना के अंतिम दौर में राजपूत बाहुल्य वाले गांवों की पेटियों के मतों की गिनती में सिंह को एकतरफा वोट मिले और हजारों की बढ़त वाले कल्ला अंतिम परिणाम में करीब 2 हजार मतों से पराजित हो गए। गौरतलब है कि उस दौर में मतपत्रों पर मोहर लगाकर मतदान किया जाता था और मतों की गिनती सुबह से शाम तक चलती थी। कल्ला समर्थकों में गहन निराशा व्याप्त हो गई और जितेंद्र सिंह के समर्थक खुशी से झूमने लगे।