फ्यूूज खोलकर ले गए कर्मचारी, चार घंटे गर्मी में बेहाल
– फोन करने पर बताया, ‘गर्मी बहुत है, शाम को ठीक करेंगे’, लापरवाही से आमजन परेशान
फ्यूूज खोलकर ले गए कर्मचारी, चार घंटे गर्मी में बेहाल
पोकरण. कस्बे के गांधी चौैक में लगे विद्युत ट्रांसफार्मर के फ्यूज मंगलवार को दोपहर विद्युत लाइनों का रख रखाव कर रही एफआरटी के कर्मचारी लेकर चले गए। जिससे भीषण गर्मी में आमजन का बेहाल हो गया। जब इस संबंध में फोन किया गया तो किसी ने संतोषजनक जवाब भी नहीं दिया। शाम पांच बजे कर्मचारियों ने आकर फ्यूूज वापिस लगाए। जिसके बाद विद्युत आपूर्ति सुचारु हुई। गौरतलब हैै कि डिस्कॉम की ओर से विद्युत लाइनों व व्यवस्था को संधारित करने का कार्य ठेके पर दिया गया है। व्यवस्था को संभालने के लिए फॉल्ट रेक्टीफिकेशन टीम एफआरटी को जिम्मा दिया गया है। मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे कस्बे के गांधी चौक में लगे ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबी आने पर एफआरटी के कर्मचारी यहां पहुंचे और ट्रांसफार्मर के फ्यूज व तार खोलकर अपने साथ ले गए। जिससे इस ट्रांसफार्मर से जुड़े घरों व दुकानों में विद्युत आपूर्ति बंद हो गई।
भीषण गर्मी में हो गया बेहाल
इन दिनों भीषण गर्मी व लू के प्रकोप से आमजन को परेशानी हो रही है। गांधी चौक के ट्रांसफार्मर से जुड़े घरों व दुकानों में मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे विद्युत आपूर्ति बंद की गई। इस दौरान भीषण गर्मी व लू के प्रकोप के दौरान आमजन का बेहाल हो गया।
मौसम ठंडा होने दो, लगा देंगे
भीषण गर्मी में तड़पते लोगों ने जब डिस्कॉम के कर्मचारियों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि फ्यूज एफआरटी के कर्मचारी लेकर गए है, उनसे संपर्क करें। लोगों ने एफआरटी के कर्मचारियों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि अभी धूप तेज है। शाम को मौैसम ठंडा होने दो, उसके बाद फ्यूज लगाकर विद्युत आपूर्ति सुचारु कर देंगे। इस प्रकार से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से लोगों को परेशानी हुई।
चार घंटे बाद बिजली सुचारु
एफआरटी कर्मचारियों की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिए जाने पर लोगों ने डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता, सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता से संपर्क किया। उनकी ओर से भी कई बार संपर्क करने के प्रयास करने के बावजूद एफआरटी के कर्मचारी यहां नहीं पहुंचे। शाम करीब पांच बजे बाद एफआरटी कर्मचारियों ने गांधी चौक आकर फ्यूज लगाए और विद्युत आपूर्ति सुचारु की। इस दौरान चार घंटे तक आमजन का बेहाल हो गया।