लड़की के मामा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि 29 नवंबर को शाम 5 बजे उसकी नाबालिग भांजी रोते हुए उसके खेत पर पहुंची। इस दौरान उसके पैरों में लोहे की जंजीरें जकड़ी हुई थी। उसने पूछताछ में बताया कि उसे जंजीरों में जकड़कर रखा जाता था और दादी के पास नहीं सुलाकर पिता स्वयं के पास ही सुलाता था और उसके बाद उसके साथ अनैतिक कार्य करता था। पीड़िता के पिता ने 7 वर्ष पूर्व ही अपनी पत्नी को निकाल दिया था।
पुलिस के अनुसार आरोपी पिता के परिवार की ही एक महिला से अवैध संबंध थे। इस आपत्तिजनक अवस्था में बालिका ने उन्हें देख लिया था। इस अवैध संबंधों को छिपाने को आरोपी पिता और वह महिला दोनों बालिका को जंजीरों में बांधकर रखते थे और पिता ने उससे ज्यादती की। मामले में मेडिकल सोमवार को किया जाएगा, जिसके बाद घटनाक्रम की वास्तविक स्थिति की जानकारी मिलने पर पुलिस की ओर से अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। वहीं मामले की जांच पुलिस उप अधीक्षक एससी-एसटी सेल को सौंपी गई है।
बालिका इस घटनाक्रम में अपनों द्वारा ही शिकार बनने पर सदमे में है। इस बालिका के पैरों में मोटी लोहे की जंजीर जकड़ी हुई थी, जिस पर तीन ताले लगे हुए थे।
लड़की के मामा की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। पिता के खिलाफ ही गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मेडिकल सोमवार को होगा। जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
गिरधरसिंह, थाना प्रभारी, बागोड़ा