इससे कई घंटे तक मतदान रुका रहा। हालांकि चुनाव निबटाने के लिए जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी व आरक्षी अधीक्षक आशीष तिवारी के अलावा तमाम प्रेक्षक मयफोर्स मतदान केन्द्रों का भ्रमण करते नजर आये। चुनाव को लेकर 40 कम्पनी केन्द्रीय सुरक्षा बलों के साथ 15 हजार पुलिसकर्मी पूरी व्यवस्था पर नजर रखे हुये थे। इस चुनावी महासमर में भाग्य आज़माने के लिए जौनपुर सीट से 20 और मछलीशहर सीट से 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इनके भाग्य का फैसला जौनपुर में 18 लाख 66 हजार और मछलीशहर में 18 लाख 45 हजार मतदाताओं को करना था। इसमें से लगभग 55 प्रतिशत लोगों के मत ईवीएम में दर्ज हो चुके हैं
चुनाव को लेकर सुरक्षा के लिए जिले के सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों को 31 जोन व 261 सेक्टर में बांटा गया था। इसमें 40 कम्पनियों में 6 हजार केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल सहित प्रदेश के अलावा पंजाब चण्डीगढ़ से पुलिस के जवान को तैनात किया गया था। वहीं जिले की सीमाओं को सील करते हुये आने-जाने वाले वाहनों सहित सभी व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखी गयी थी।
मतदान को लेकर प्रशासनिक लापरवाही भी चरम पर थी। मां शीतला चौकियां धाम के पास स्थित देवचन्दपुर वार्ड नम्बर 32 के रामदासपुर नेवादा के कई मतदाता मतदान करने से वंचित रह गये। बीएलओ विजयलक्ष्मी से पूछा गया तो वह चुप हो गईं। उमेश चन्द्र गुप्ता एडवोकेट, जितेन्द्र जायसवाल, रामगोविंद, विशाल, मोहित जायसवाल एडवोकेट, सुधीर, राहुल, फरदीन, पंकज, नीरज, कमलेश, संदीप, सोनू, शिवम, अनुज, आशीष, गीता सहित तमाम लोगों ने इसे प्रशासनिक लापरवाही बताया। इसके अलावा मुक्तेश्वर प्रसाद बालिका इण्टर कालेज एवं प्राथमिक विद्यालय मियांपुर में भी सैकड़ों मतदाता उस समय मतदान करने से वंचित रह गये जब मतदान केन्द्र पर पहुंचने पर पता चला कि मतदाता सूची में उनका नाम ही नहीं है। उन्हें मतदान स्थल से बिना वोट दिये मायूस होकर लौटना पड़ा। सभी लोगों ने कहा कि प्रशासन की ये लापरवाही पहली बार नहीं है। इसके पहले भी ऐसा हो चुका है। डाण् एचएन पाण्डेयए प्रदीप यादव सहित तमाम लोगों ने कहा कि एक चुनाव में नाम रहता है एवं दूसरे चुनाव में कट जाता हैए यह समझ से परे है।
पुलिसवालों ने भी दिखाया इंसानियत जज़्बा
नगर के राजा श्रीकृष्ण दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बने मतदान केन्द्र पर उस समय उपस्थित लोगों ने चौकी प्रभारी शकरमण्डी सगीर अहमद को सलाम किया जब वह एक विकलांग मतदाता को अपनी गोद में उठाकर मतदान कराने हेतु जाने लगे।
चंदवक बाजार के बूथ पर मतदान करने को लेकर हंगामा हो गया था। इसके बाद जमकर पथराव भी किया गया। पथराव में सीआरपीएफ का एक जवान भी घायल हो गया जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं हंगामा करने वालों में से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। मामला चन्दवक थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय विद्या मंदिर पर बने मतदान केन्द्र का है।
जब भाजपा के झंडे से जूता साफ करने का लगा आरोप
खुटहन थाना क्षेत्र के अकबरपुर बूथ के पास स्थित एक मकान पर भाजपा का झण्डा लगा था। एक पुलिसकर्मी द्वारा उसे उतारते समय भाजपा कार्यकर्ताओं की उससे नोंकझोंक हो गई। इसके कार्यकर्ताओं की पुलिसकर्मी से नोंकझोंक भी हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामला शान्त कराया। भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप था कि पार्टी का झण्डा उतारने के बाद पुलिसकर्मी ने उससे अपने जूते को साफ किए। वहीं सूचना मिलने पर जिलाधिकारी व एसपी भी पहुंच गए।