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जैसे ही 100 सूर्य नमस्कार पूरे किए तो पांड़ाल तालियों से गूंज उठा। रामरस के साथ आए संतों ने तिरंगा लहराना शुरू कर दिया। कार्यक्रम में आए रामरस के दादा रामगोपाल चौधरी, पिता मोहनलाल, मां संतरादेवी व संतों ने उन्हें गले लगा लिया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रिकॉर्ड मैनेजर संतोष अग्रवाल ने उन्हें प्रोविजनल सर्टिफिकेट और बैज प्रदान किया। यह भी पढ़ें
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अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम का सूर्य नमस्कार का वीडियो लेकर यूएसए भेजा जाएगा। दस दिन में वीडियो देखने के बाद रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट मिल जाएगा। कार्यक्रम में दादूपंथी संत प्रकाशदास महाराज, रामस्नेही संत दिग्विजयराम, योगिनी पुष्पलता, संस्थान सचिव भगवती देवी मील, सीटीओ सांवरमल मील, डिप्टी लाखनसिंह मीणा मौजूद रहे। यह भी पढ़ें
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