संदीप व उसके साथियों ने लोहे की राड से बैंक के शटर, चैनल गेट व शीशे के गेट के ताले तोड़ दिए। ये बैंक की तिजोरी तक पहुंच गए। इसी दौरान आवाज सुनकर पड़ौस में रहने वाला युवक गजेन्द्र सिंह शेखावत वहां आ गया। गजेन्द्र बाद में पुलिस को सूचना देने के लिए पैदल ही थाने की तरफ रवाना हो गया। गजेन्द्र की सूचना पर गश्तीदल की गाड़ी और थानाधिकारी मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने रात को ही बैंक को घेर लिया। यह देखकर तीन आरोपित गाड़ी लेकर मौके से भाग गए, लेकिन विकास मीणा को पुलिस ने पकड़ लिया। विकास ने पूछताछ में अपने साथियों के नाम बता दिए। इस पर पुलिस ने तीन अन्य युवकों की तलाश की। आरोपित किशोरपुरा की पहाड़ी पर स्थित भैरूजी के मन्दिर में जाकर छिप गए। इस पर पुलिस ने वहां से संदीपसिंह, संजयसिंह व शक्तिसिंह को गिरफ्तार कर कार बरामद कर ली।
वारदात की जानकारी मिलने पर बैंक के शाखा प्रबन्धक मनीष पारीक, सहायक शाखा प्रबन्धक गजेन्द्रसिंह भी मौके पर पहुंचे। सुबह नवलगढ़ वृताधिकारी प्रभातीलाल ने मौका मुआयना किया। एफएसएल की टीम ने भी वहां से साक्ष्य एकत्र किए। शाखा प्रबन्धक मनीष पारीक ने शनिवार को बैंक में नकबजनी के प्रयास का मामला थाने में दर्ज करवाया है।
रात्रि करीब 1.38 बजे कुछ गिरने की आवाज सुनने पर मेरी नींद खुली। कमरे से बाहर आया तो पास के कॉम्पलैक्स में स्थित बैंक शाखा से आवाज आ रही थी। इस पर पहले घरवालों को उठाने का प्रयास किया। बाद में बिना देर किए पैदल ही थाने के लिए रवाना हो गया। थाने में संतरी को बताया। पहले तो मेरी बात पर विश्वास नहीं किया। जोर देकर कहा तो पुलिस बैंक के लिए रवाना हुई। उस समय तक आरोपित बैंक के अन्दर ही थे। आवाज सुनकर वे अलग-अलग दिशाओं में भागने लगे। पुलिस ने एक जने को दबोच लिया, जबकि तीन जने आगे बरगद के पेड़ के पास खड़ी गाड़ी में बैठकर भाग गए।
गजेन्द्र सिंह शेखावत, गुढ़ागौडज़ी
कस्बे के जिस कॉम्पलेक्स में बैंक में नकबजनी का प्रयास किया गया। उसमें यूकों बैंक के अलावा पंजाब नेशनल बैंक की शाखा भी संचालित हो रही है। इसके अलावा दोनों बैंकों के दो एटीएम भी यहां है। इसके बावजूद रात के समय सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। हालांकि बैंक में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जिनमें आरोपितों के फुटेज आ गए हैं।