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झुंझुनू

बलौदा में अब शराब ठेके का लाइसेंस किया निरस्त

आबकारी विभाग की ओर से शराब ठेकेदार का तीन दिन के लाइसेंस निलंबित किया गया। जबकि आबकारी विभाग ने ठेकेदार की मामले में सीधी संलिप्तता नहीं मानी। जबकि हत्या के आरोपी युवक शराब ठेकेदार के लिए बतौर सैल्समेन व नौकर के तौर पर कार्य कर रहे थे। ठेके से शराब नहीं खरीदने से नाराज होकर ही हत्या करने की बात सामने आई है।

झुंझुनूMay 25, 2024 / 12:54 pm

Jitendra

Baloda murder case
सूरजगढ़ उपखंड के गांव बलौदा में दलित युवक को उल्टा लटकाकर पीट-पीटकर हत्या कर देने के मामले में अब शराब ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। पूर्व में आबकारी विभाग ने शराब ठेके का लाइसेंस मात्र तीन दिन के लिए निलंबित किया गया था। इससे कई सवाल खड़े हो गए। एक तरफ पुलिस ने हत्या के आरोपियों से जुड़े शराब ठेकेदार के अवैध निर्माण का ध्वस्त करवा दिया। दूसरी तरफ आबकारी विभाग का कहना था कि शराब ठेकेदार की सीधी संलिप्तता नहीं पाई। आखिरकार सवालों के घेरे में आए आबकारी विभाग ने शुक्रवार को बलौदा में शराब ठेकेदार सुशील कुमार पुत्र रतनसिंह की देशी मदिरा कंपोजिट दुकान के लाइसेंस को 1 अप्रेल से 30 जून तक निरस्त करने के आदेश जारी कर दिए। विभाग के अनुसार ठेका अवधि 30 जून तक की है। गौरतलब रहे कि सूरजगढ़ समेत जिले के अनेक स्थानों पर अवैध शराब का कारोबार फल-फूूल रहा है। आबकारी विभाग की ओर से एक ठेके का लाइसेंस जारी किया जाता है। जबकि ठेकेदार उसके नाम से अनेक स्थानों पर शाखा व गोदाम बनाकर कारोबार कर रहे हैं।

आरोपी शराब ठेकेदार के लिए ही काम करते थे

दलित युवक की हत्या करने के आरोपी शराब ठेकेदार के लिए ही काम करते थे। युवक रामेश्वर वाल्मीकि के ठेके के अलावा हथकढ़ शराब खरीदने से नाराज होने पर ही उसे उल्टा लटकाकर बर्बरतापूर्वक मारपीट कर उसकी हत्या की थी। मामले में पुलिस मुय आरोपी सुभाष उर्फ चिंटू मेघवाल व सतीश उर्फ सीताराम उर्फ सुखा निवासी बलोदा व इनके सहयोगी आरोपी दीपेंद्र उर्फ चिंटू राजपूत, प्रवीण कुमार उर्फ पीके मेघवाल निवासी बलोदा व प्रवीण उर्फ बाबा मेघवाल निवासी उरीका को गिरतार कर चुकी है। जबकि एक नाबालिग को निरूद्ध किया गया है।

पहले सीधी संलिप्तता नहीं मानी थी

आबकारी विभाग की ओर से शराब ठेकेदार का तीन दिन के लाइसेंस निलंबित किया गया। जबकि आबकारी विभाग ने ठेकेदार की मामले में सीधी संलिप्तता नहीं मानी। जबकि हत्या के आरोपी युवक शराब ठेकेदार के लिए बतौर सैल्समेन व नौकर के तौर पर कार्य कर रहे थे। ठेके से शराब नहीं खरीदने से नाराज होकर ही हत्या करने की बात सामने आई है।

एक और आरोपी को भिवानी से पकड़ा

पुलिस ने मामले में एक और आरोपी को पकड़ा है। शुक्रवार को पुलिस टीम ने भिवानी में दबिश देकर एक संदिग्ध भवानीसिंह निवासी बलौदा को पकड़ा है। उससे पूछताछ की जा रही है।

अवैध शराब पर कार्रवाई करने पहुंची आबकारी पुलिस की टीमें बैरंग लौटी

सूरजगढ़. आबकारी विभाग की टीम बलौदा गांव में हथकढ़ शराब बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पहुंची। लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही सूचना पहुंच गई और हथकढ़ शराब के कारोबार से जुड़े लोग भी भूमिगत हो गए। हथकढ़ शराब और उपकरण गायब कर दिए गए। आबकारी विभाग की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर चार-पांच जगहों पर दबिशें दी और दो घंटे तक खानापूर्ति की। इस दौरान टीम को कुछ हाथ नहीं लगा। टीम आबकारी विभाग के डिप्टी लक्ष्मीनारायण के नेतृत्व में कार्रवाई के लिए पहुंची थी। इसमें चिड़ावा, सूरजगढ़, झुंझुनूं की आबकारी टीम के अलावा सूरजगढ़ थाना पुलिस भी शामिल रही। लेकिन टीम के पहुंचने से पहले शराब माफियाओं को भनक लगने से कई सवाल खड़े हो गए कि आखिर शराब माफियाओं तक सूचना पहुंची कैसे।

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