Alert on dengue ... डेंगू के डंक का कहर
जोधपुरPublished: Nov 03, 2022 11:29:45 am
डेंगू की स्थिति भयावह होती जा रही है। अगर समय पर नहीं संभले तो परिणाम बेहद गंभीर होंगे। पूरे राजस्थान के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू जांच की कोई सुविधा नहीं है।


Alert on dengue ... डेंगू के डंक का कहर
कस्बाई व ग्रामीण क्षेत्रों में तो हालत दिन-ब-दिन बिगड़ रहे हैं। डेंगू की पुष्टि करने के लिए एलाइजा टेस्ट होता है। पर यहां कोई सुविधा नहीं है। ग्रामीण तो ऐसी स्थिति में शहर के लिए पलायन कर रहे हैं। प्राइवेट अस्प्तताल आज भी उन्हें अपने अंदाज में हांक रहे हैं।सरकार भले स्वास्थ्य के क्षेत्र में दावे कितने ही करे, पर अभी भी बहुत काम होना बाकी है। चिकित्सा विभाग की बानगी देखें तो पूरे राजस्थान में चिकित्सा अधिकारियों के विभिन्न संवर्ग में 16300 पद स्वीकृत हैं, लेकिन इनमें भी 4000 डॉक्टर्स के पद खाली पड़े हैं। डेंगू जांच व्यवस्था की बात करें तो 6373 लैब टेक्निशियन के पद स्वीकृत हैं, जिनमें से लगभग दो हजार खाली पड़े है। ऐसे में सरकार को डेंगू की बिगड़ती हालत को देखते हुए इन पदों पर तुरंत भर्ती करनी चाहिए। प्राथमिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य केंद्रों पर रोजमर्रा में दो-तीन सौ आउटडोर वाली जगहों पर भी एक लैब टेक्निशियन से काम चलाया जा रहा है। जबकि इन सेंटर्स पर नि:शुल्क जांच योजना के बाद कार्यभार तक बढ़ा है। इन पदों के सृजन को लेकर लैब टेक्निशियन संवर्ग ने कई बार प्रदर्शन कर सरकार तक बात पहुंचाई, लेकिन समस्या अभी तक जस की तस है।