झोलाछाप चिकित्सक ने गत सप्ताह लक्की सिंधी को इंजेक्शन लगाया था। संक्रमण से तबीयत बिगडऩे पर उसे निजी अस्पताल ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। गत ११ नवम्बर को झोलाछाप चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया था। इस रिपोर्ट से साफ हो पाएगा कि मौत की वजह इंजेक्शन रहा अथवा निजी अस्पताल में इलाज। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
युवक की मौत के बाद हरकत में आए चिकित्सा विभाग ने मंगलवार को गुलाब सागर में सनराइज मेडिकल हॉल में दबिश दी थी। झोलाछाप चिकित्सक दस्तावेज लाने का झांसा देकर गायब हो गया था। दवाइयों की दुकान से अनेक इंजेक्शन और भारी तादाद में दवाएं जब्त की गई थी। पुलिस का कहना है कि कार्रवाई के संबंध में उन्हें पूर्व में सूचित नहीं किया गया था।