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MBM विवि: शिक्षकों की भर्ती से पहले ही कम हो जाएंगे 28 शिक्षक

jai narayan vyas university jodhpur - टेक्यूप कार्यक्रम में लगे शिक्षकों की सेवाएं 31 मार्च को हो रही है समाप्त - विवि में 197 शिक्षकों के पद में से 140 खाली

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MBM विवि: शिक्षकों की भर्ती से पहले ही कम हो जाएंगे 28 शिक्षक

MBM विवि: शिक्षकों की भर्ती से पहले ही कम हो जाएंगे 28 शिक्षक

जोधपुर. एमबीएम विश्वविद्यालय में पांच दिन बाद 28 शिक्षक कम हो जाएंगे। टेक्यूप कार्यक्रम में लगे इन शिक्षकों की सेवाएं 31 मार्च को समाप्त हो रही है। अगर राज्य सरकार इनका कार्यकाल नहीं बढ़ाती है तो विवि में शिक्षकों की कमी से कक्षाएं प्रभावित होगी। एमबीएम विवि गत वर्ष 24 सितम्बर को अस्तित्व में आया था और एक महीने पहले 23 फरवरी को ही जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय ने इसे छात्र, शिक्षक व कैंपस हस्तांतरित किया था। विवि में नए शिक्षकों की भर्ती से पहले ही शिक्षकों की कमी होने जा रही है।

केंद्र सरकार की ओर से वर्ष 2017-18 में टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम (टेक्यूप) के अंतर्गत देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षक भेजे थे। तत्कालीन व्यास विवि के अंतर्गत आने वाले एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में 48 शिक्षक आए थे जिसमें से अब केवल 28 ही बचे हैं। केंद्र सरकार की ओर से इनका कार्यकाल 30 सितम्बर 2021 को समाप्त हो गया। इसके बाद राज्य सरकार ने इन्हें वेतन पर रखा, जिसकी समय सीमा मार्च में समाप्त हो रही है।

197 में से केवल, 140 पद खााली, केवल 57 शिक्षक कार्यरत

एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के 11 विभाग में वर्तमान में शिक्षकों के 197 पद है, जिसमें से 140 खाली है। केवल 57 शिक्षक ही कार्यरत है। वर्ष 2020 में शुरू हुए पेट्रोलियम इंजीनियङ्क्षरग विभाग में स्वीकृति 16 पदों में से 16 ही खाली है। इसके अलावा कॉलेज में स्ववित्त पोषित आधार पर संचालित चार पाठ्यक्रमों ईईई, बीसीटी, ईसीसी और आइटी के लिए कभी शिक्षकों की भर्ती ही नहींं की गई। इन पाठ्यक्रमों के लिए भी न्यूनतम 64 शिक्षकों की जरुरत पड़ेगी।

विभाग ------------ पद ------ खाली

केमिकल -------- 9 -------- 6

पीएण्डआई -------- 10 --------4

पेट्रोलियम -------- 16 -------- 16

सिविल -------- 28 -------- 21

इलेक्ट्रिकल --------21 -------- 16

आर्टिटेक्चर -------- 11 --------5

स्ट्रक्चर -------- 20 -------- 15

माइनिंग -------- 11 -------- 9

कम्प्यूटर साइंस ----- 18 -------- 11

मैकेनिकल -------- 31 -------- 19

इलेक्ट्रोनिक्स -------- 20 -------- 10

(इसके अलावा ईईई, बीसीटी, ईसीसी और आइटी स्ववित्त पोषित पाठ्कय्रम संचालित हो रहे हैं, जिनकी कोई स्थाई शिक्षक नहीं है। इनके भी लगभग 64 पद रिक्त पड़े हैं।)

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राज्य सरकार अगर टेक्यूप शिक्षकों का कार्यकाल नहीं बढ़ाती है तो एक अप्रेल से 28 शिक्षक कम हो जाएंगे।- प्रो अजय शर्मा, कुलपति, एमबीएम विश्वविद्यालय जोधपुर