
शारदीय नवरात्रा प्रारंभ होते ही जोधपुर में विभिन्न धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं।

यहां प्रसिद्ध दुर्गाबाड़ी में माता की अनुपम प्रतिमाओं का सजृन किया जा रहा है।

बंगाली समाज की ओर से वहां के कलाकारों की ओर से इन विशेष प्रतिमाओं का सजृन प्रतिवर्ष जोधपुर में किया जाता है।

श्रद्धालुओं की डिमांड के अनुसार यहां छोटी से लेकर करीब ११ फीट तक की प्रतिमाओं में मां के अद्वितीय रूप को संजोया जा रहा है।

बंगाली कलाकारों की यह विशेषता है कि वे इन प्रतिमाओं का निर्माण प्लास्टर ऑफ पेरिस से नहीं बल्कि मिट्टी और प्राकृरित रंगों से करते हैं।

मां के विभिन्न रूपों की इन प्रतिमाओं की मांग जोधपुर सहित आसपास के जिलों में भी है।

बंगाली कलाकार गणेशोत्सव के बाद से ही मां की प्रतिमाओं के निर्माण में जुट जाते हैं।

नवरात्रि में मां के भक्त माता की इन सुंदर प्रतिमाओं को स्थापित कर नौ दिन सहित हमेशा के लिए भी पूजन करते हैं।