मिली जानकारी के अनुसार, आमाबेड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चिचगांव में मंगलवार की रात मोहन नरेटी पिता बैदू राम करी कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के बच्चों और गांववालों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने जांच शुरू की। अतिसंवेदनशील क्षेत्र होने के चलते पुलिस टीम को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद 24 घंटे के भीतर आरोपियों को पकड़ लिया गया। पुलिस ने गणेश नरेटी पिता सामनाथ (24), कनेर सिंह नरेटी पिता नंदू (25), राजेन्द्र नरेटी पिता नंदू (23) समेत एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में हत्या का कारण जादू-टोना और परिवारिक रंजिश बताया है। आमाबेड़ा टीआई जितेंद्र कुमार साहू ने बताया, हत्या की सूचना मिलते ही कांकेर एसपी ने बारीक जांच कर आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। उनके मार्गदर्शन में पुलिस टीम गठित कर 24 घंटे के भीतर हत्याकांड का पर्दाफाश किया गया।
ऐसे हुआ खुलासा… गुरुवार दोपहर पुलिस को पता चला कि हत्या के एक दिन पहले मृतक मोहन अपने परिवार के साथ एक रिश्तेदार के अंतिम क्रियाकर्म में पुषागांव गए थे। उस महिला की आग में जलने से मृत्यु हुई थी। पूछताछ के लिए पुलिस पुषागांव पहुंची। वहां जाने पर पता चला कि महिला जिस दिन जली थी, मृतक मोहन उस दिन वहीं था। आरोपियों का कहना है कि इससे पहले भी परिवार में कई मौतें हुईं। इन सभी मौतों में उन्हें मोहन की भूमिका संदिग्ध लगती थी। उसने परिवार के कुल देवी-देवताओं को छोड़कर दूसरे देवी-देवताओं की पूजा शुरू कर दी थी। इसी वजह से उन्हें मोहन पर जादू-टोना कर परिवार के लोगों को मारने का शक गहराया। बस, इसी वजह से चारोें ने मिलकर मोहन को कुल्हाड़ी से मार डाला।
कार्रवाई में ये शामिल… पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी, बाइक जब्त कर ली है। सभी आरोपियों पर हत्या का जुर्म दर्ज किया गया है। अब उन्हें कोर्ट पेश कर जेल भेजने की तैयारी है। हत्या की गुत्थी 24 घंटे के भीतर सुलझाने में टीआई जितेंद्र साहू, सहायक उप निरीक्षक राजेश्वर ध्रुव, सहायक उप निरीक्षक शेखर, प्रधान आरक्षक महेश नेताम, प्रधान आरक्षक ईश्वर माडवी, प्रधान आरक्षक हरि, कैलाश मांडवी, आरक्षक प्यारेलाल, निलेश निषिद, मुकेश, परमानंद, गजाधर, महेंद्र,सोनसाय,नरेश ,चंद्रहास,महेश यादव समेत बस्तर फाइटर टीम का योगदान रहा।