एजेंसी को पाकिस्तानी संगठन दावते इस्लामी के पचास हजार से अधिक अनुयायियों के शहर में रहने की जानकारी मिली है, जो समुदाय के लोगों की मानसिकता बदलने का काम करते हैं। जो दूसरे समुदाय की युवतियों को लव जिहाद का शिकार बनाते हैं। पिछले कुछ समय से कानपुर लव जिहाद के मामलों से चर्चा में चल रहा है। फिलहाल एसआईटी ने मुखबिरों को सतर्क कर ऐसे लोगों की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने के आदेश दिए हैं। जानकारी मिल रही है कि टीम एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप सकती है।
एसआईटी के प्रभारी सीओ विकास पांडेय ने बताया कि सभी मामलों की जांच करने के बाद जानकारी मिली कि सभी आरोपियों का जुड़ाव शहर की ऐसी मस्जिदों से है, जहां पाकिस्तान कट्टरपंथी विचारधारा के संगठन दावते इस्लामी का कब्जा है। शहर का हेडक्वार्टर कही जाने वाली डिप्टी पड़ाव स्थित एक मस्जिद से संगठन का संचालन कर संगठन के अनुयायी जबरन धर्म परिवर्तन कराने की सोच का प्रचार प्रसार करते हैं।