मूलरुप से हमीरपुर निवासी रामदास की बीमारी के चलते दो साल पहले मौत हो गई
थी। पति की मौत के बाद पत्नी किशनियां अपने तीन बच्चे, वन्दना ( 15 ) आरती
(12), और बेटे ओमप्रकाश (8) को लेकर कानपुर के राजीव विहार आ गई और यहीं
पर रहकर मजदूरी कर पेट पाल रही थी। इसी बीच नौबस्ता राजीव बिहार में रहने
वाला जगदीश की मुलाकात किशनिया से हुई। उसकी माली हालत को देख जगदीश ने बड़ी
बेटी वंदना को अपने पास रखकर पालन-पोषण की बात कहीं। रिश्तेदारों की बाते व
अपनी मजबूरियों के आगे झुक कर मां ने बेटी को जगदीश के घर भेज दिया। वंदना
करीब एक साल से जगदीश के घर पर रह रही हैं।