scriptएसआरजीएम: एक मिनट में 120 राउंड व 20 किलोमीटर की मारक क्षमता के साथ नौसेना को मिला प्रमुख हथियार | Kanpur SRGM: Navy got weapons, hits 20 KM in sea | Patrika News
कानपुर

एसआरजीएम: एक मिनट में 120 राउंड व 20 किलोमीटर की मारक क्षमता के साथ नौसेना को मिला प्रमुख हथियार

कानपुर के एडवांस वेपन एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड फील्ड गन फैक्ट्री द्वारा निर्मित स्वदेशी सुपर रैपिड गन माउंट नौसेना के लिए तैयार है। जो 20 किलोमीटर के दायरे में गोले दागने की ताकत रखता है। यह गन माउंट 1 मिनट में 120 गोले दागती है। इसके साथ ही सुपर रैपिड माउंट गन में अन्य तमाम खासियत है। इसकी मारक क्षमता को देखते हुए नौसेना ने अपने युद्धपोतों में लगाने का निश्चय किया है।

कानपुरOct 07, 2022 / 09:30 am

Narendra Awasthi

एसआरजीएम: एक मिनट में 120 राउंड व 20 किलोमीटर की मारक क्षमता के साथ नौसेना को मिला प्रमुख हथियार

एसआरजीएम: एक मिनट में 120 राउंड व 20 किलोमीटर की मारक क्षमता के साथ नौसेना को मिला प्रमुख हथियार

भारत हथियारों के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। इसी क्रम में कानपुर एडवांस वेपन एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड की फील्ड गन फैक्ट्री में अत्याधुनिक सुपर रैपिड माउंट गन का निर्माण हुआ है। जो समुद्री सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार की गई है। यह सुपर रैपिड माउंट गन 1 मिनट में 120 राउंड गोले दागती है। जिसका प्रशिक्षण सफलतापूर्वक किया जा चुका है और जिसे नौसेना ने अपने लिए उपयोगी बताया है। इसके निर्माण के लिए फील्ड गन फैक्ट्री के इंजीनियर पिछले 3 साल से अनुसंधान कर रही थी। अब सफलता मिली तो नौसेना ने इसे अपने लिए काफी उपयोगी बताते हुये गन माउंट को हाथों हाथ लिया और फील्ड यूनिट को आर्डर भी किया है।

एसआरजीएम की खास बात है कि इससे 76 मिलीमीटर के गोले दागे जा सकते हैं जो 1 मिनट में 120 राउंड गोले दाग सकती है। जिसकी मारक क्षमता 20 किलोमीटर है। इसके बैरल की लंबाई सवा चार मीटर है। इसके बनने में 3 साल लगे हैं। 12 इंजीनियरों की मेहनत से यह सफलता हाथ लगी है। इसके पूर्व सुपर रैपिड गन माउंट को भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड तैयार करता था। इसके पार्ट इटली से मंगाए जाते थे। जिसे ‘भेल’ यानी ‘BHEL’ में तैयार किया जाता था। विदेश से पार्ट्स से मंगाए जाने के कारण इसकी कीमत काफी अधिक हो जाती थी। एक सुपर रैबिट गन माउंट की कीमत लगभग ₹8 करोड़ होती थी। जिसकी कीमत अब स्वदेश में बनने के कारण काफी कम हो जाएगी।

नौसेना के लिए सुपर रैपिड गन माउंट प्रमुख हथियार

भारतीय नौसेना के युद्धपोत का सुपर रैपिड गन माउंट प्रमुख हथियार है। जिसके माध्यम से समुद्री सीमा में उत्पन्न होने वाली खतरनाक स्थिति से सामना किया जाता है। बंगाल की खाड़ी से लेकर अरब सागर की समुद्री सीमा की सुरक्षा में लगे भारतीय नौसेना के लिए सुपर रैपिड माउंट गन के महत्व को समझा जा सकता है। समुद्री सीमाओं की सुरक्षा आज चुनौती बनी हुई है। जब आतंकवादी, ड्रग्स तस्कर के पास अत्याधुनिक हथियार पहुंच गए हैं। ऐसे में इनका सामना करने के लिए एडवांस वेपन एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड की सुपर रैपिड अमाउंट गन भारतीय नौसेना की मारक क्षमता को बढ़ाएगी।

40 गन माउंट का मिला आर्डर

इसकी उपयोगिता को देखते हुए भारतीय नौसेना ने 40 गन माउंट का आर्डर दिया है। ऑर्डिनेंस डेवलपमेंट सेंटर के निदेशक एहतेशाम अख्तर के अनुसार फील्ड गन फैक्ट्री के सुपर रैपिड गन माउंट का आर्डर मिलने से इकाई में उत्साह है। ऑर्डिनेंस डेवलपमेंट सेंटर के इंजीनियर भारतीय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगातार अनुसंधान कर रही है। इसी क्रम में 40 सुपर रैपिड गन माउंट का ऑर्डर मिला है।

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