नई मंडी थाना पुलिस के अनुसार अपहरण के बाद किशोरी को धौलपुर, मुरैना और ग्वालियर में तीन बार लाखों रुपए कीमत में बेच गया। इसकी तलाश में जुटी पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ आखिर किशोरी को ढूंढ निकाला और आरोपियों को भी पकड़ लिया।
डीएसपी ने बताया कि मामले में पुलिस ने सरमथुरा के बिरजा गांव निवासी अक्खेपाल गुर्जर व उसके दोस्त बाड़ी थाने के धीमरी गांव निवासी प्रदीप गुर्जर, बसई डांग के नीभी गांव निवासी आशाराम गुर्जर व सिरानीखेड़ा के पूठपुरा निवासी राजू गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है।
मामले की गंभीरता को देखतेे हुए डीएसपी सांवरमल नागौरा व कार्यवाहक थानाप्रभारी रामस्वरूप जादौन के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया। पुलिस ने किशोरी के घर आने-जाने वाले, आस-पड़ोस के युवा तथा रिश्तेदारों से पूछताछ की। किशोरी के मोबाइल नंबर से टॉवर लोकेशन व कॉल डिटेल निकलवाने के बाद पुलिस के हाथ कई महत्वपूर्ण जानकारियां लगी। इनमें सर्वाधिक कॉल अक्खेपाल नाम के युवक के थे।
मामले की तह तक पहुंचने के बाद पुलिस ने पहले तो अपहरण के मुख्य आरोपी अक्खेपाल व उसके दोस्त राजू को गिरफ्तार किया। इसके बाद चंबल नदी के बीहडों मेंं 10 दिन डेरा डालने के बाद एमपी पुलिस की मदद से अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी। चंबल के घने बीहड़ स्थित एक घर से आशाराम व राजू गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने रामफल व किशोरी की तलाश में देवगढ़ थाना पुलिस के सहयोग से चंबल के सुनसान जंगल में दबिश दी। वहां एक छप्पर पोश से नाबालिग किशोरी को दस्तयाब कर लिया, लेकिन आरोपी रामफल फरार हो गया।