उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बैरवा समाज की टिकट वितरण में घोर उपेक्षा की है, जिससे समाज में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि बैरवा समाज के साथ अन्य समाज के लोगों ने उनसे कहा है कि टिकट नहीं मिला तो कोई बात नहीं आप जनता के बीच आइए, आपको न्याय मिलेगा। इस न्याय की चाहत में ही अब वो जनता के बीच निकले हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर चुनाव लडऩे का ऐलान तो नहीं किया, लेकिन बगावत के संकेत दिए। वे बोले कि जनता फैसला करेगी, कि आगे क्या करना है।
इस नेता को जन्मदिन पर मिला टिकट का तोहफा, राजसमन्द सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार घोषित गौरतलब है करौली-धौलपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस ने एक सप्ताह पहले धौलपुर जिले के सरमथुरा निवासी संजय जाटव को प्रत्याशी घोषित किया है। इससे बैरवा समाज में नाराजगी के स्वर उभरने लगे हैं। दो दिन पहले बसेड़ी से विधायक तथा पूर्व सांसद खिलाड़ीलाल बैरवा ने मुख्यमंत्री के आवास पर मुलाकात कर नाराजगी जताई और अपने इस्तीफे की पेशकस भी कर डाली थी।
लोकसभा चुनाव 2019: कांग्रेस ने जारी की अंतिम लिस्ट, जयपुर ग्रामीण सीट से कृष्णा पूनिया को टिकट अब इसी क्रम में लक्खीराम बैरवा सार्वजनिक तौर पर विरोध करने को उतरे हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि करौली में 31 मार्च को कांग्रेस प्रत्याशी संजय जाटव के परिचयात्मक मुलाकात के लिए जिला कांग्रेस ने बैठक रखी थी, जिसमें भी लक्खीराम बैरवा गायब रहे थे।