लोग बिजली का भरपूर उपयोग तो करते हैं, लेकिन न तो फिजूलखर्ची रोकते और ना ही समय पर बिजली बिल जमा करते, इतना ही नहीं यदि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बिल वसूली के लिए या फिर कनेक्शन काटने के लिए पहुंचते हैं तो फिर कई उपभोक्ता विवाद, अभद्रता व मारपीट करते हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा एक और नया प्रयोग शुरू किया गया है। विभाग कटनी में प्रथम फेज में 1200 उपभोक्ताओं के यहां रिमोड डिस्कनेक्शन वाले स्मार्ट मीटर लगाने जा रहा है। यह मीटर 10 किलोवॉट खपत वाले उपभोक्ताओं के यहां पर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लगाए जा रहे हैं। इसके लिए आवश्यक तैयारी और ट्रेनिंग हो चुकी है।
यह होंगे फायदे इस स्मार्ट मीटर की पुराने मीटरों की अपेक्षा कई खासियतें होंगी। सबसे पहले तो इसमें यह सुविधा है कि उपभोक्ता यदि बिल जमा नहीं कर रहा है तो उसके घर जाकर कनेक्शन कटाने की जरुरत नहीं होगी, सीधे कंट्रोल रूम से कनेक्शन रिमोड के माध्यम से काट दिया जाएगा। इसके अलावा इसमें 100 प्रतिशत छेडख़ानी रुकेगी, किसी भी प्रकार की छेडख़ानी दो सेकंड के अंदर कंट्रोल रूम को मैसेज देगी। इसके अलावा हर मिनट में इसकी सीधी मॉनीटरिंग होगी। खपत-डिमांड, लोड को भी बताएगा। घर जाकर रीडिंग करने की कोई झंझट नहीं होगी। कंट्रोलरूम में ऑनलाइन मैसेज से रीडिंग पहुंचेगी।
– डी एसटीएम को बनाया गया है कि इस योजना का नोडल अधिकारी, मीटर लगवाने आदि का देखेंगीं काम, समय पर कराना होगा काम।
– जिले में सवा दो लाख हैं विद्युत उपभोक्ता, हर माह प्राप्त होता है लगभग 19 करोड़ रुपये का राजस्व, इस योजना से राजस्व बढऩे की भी संभावना।
– 1200 मीटर लगाने के बाद रिजल्ट बेहतर होने के बाद पूरे जिले में इस योजना पर होगा काम, लगातार विवाद की स्थिति सामन आने के बाद लिया गया है निर्णय।
– कटनी जिले में हर दिन सामने आते हैं बिजली चोरी के प्रकरण, इसे रोकने फिर से शुरू हो रही यह कवायद, कर्मचारियों की कमी भी बनी है समस्या।
– स्मार्ट मीटर लगने से मशीनरी को बढ़ावा तो मिलेगा, लेकिन इससे लोगों के हाथों से छिनेगा काम, मीटर रीडर सहित रिकवरी करने वाले आदि की नहीं होगी जरुरत।
स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट लांच किया गया है। पंजाब की कंपनी मीटर लगाएगी। प्रथम फेज में जिले में 1200 मीटर लगेंगे। 10 किलोवॉट के कनेक्शन में लगेंगे। फायदा यह रहेगा कि डिस्कनेक्शन कंट्रोल रूम से होगा। हर 15 मिनट की निगरानी होगी। किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी।
-संजय अरोरा, एसई कटनी