नागरिकों ने बताया कि नाला के उपर चल रहे निर्माण से खुलेआम नाला का प्राकृतिक स्वरूप प्रभावित किया जा रहा है। यहां शहर में सरकारी जमीन, नाला और अन्य सार्वजनिक उपयोग की भूमि पर लगातार निर्माण में मनमानी का खेल चल रहा है। मामलों में जिम्मेंदार अफसरों की बेपरवाही के कारण भू-माफियाओं के हौसले बढ़ रहे हैं।
इस संबंध में अतिक्रमण अधिकारी रामहर्ष मिश्रा का कहना है कि रामचंद्र सचदेवा के निर्माण पर 18 नवंबर को अतिक्रमण दस्ते ने कार्रवाई की थी। मैं पांच दिन पहले ही चार्ज लिया हूं। अगर निर्माण चल रहा है तो जांच करवाएंगे। कार्रवाई की जाएगी।