2016 से चल रही थी मांग
डब्ल्यूसीआरएमएस के मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला ने बताया कि ट्रैक मेंटेनर महिला रेलवे में आने के बाद अपनी अवाज को बुलंद कर रहीं थीं। इनकी इस मांग को संघ के डॉ. आरपी परमार ने परमानेंट नेगोसिएशन मशीनरी में वार्ता की। 2016 से इस मुद्दे को उठाया गया। 2020 के प्रथम पीएनएम में ट्रैक मेंटेनर महिलाओं की इस मांग को स्वीकार किया गया। जो ट्रैक मेंटेनर महिला 1800 जीपी ग्रेड-पे कार्यरत हैं उन्हें रेलवे के अन्य विभाग में जाने का मौका मिलेगा। शुक्ला ने बताया कि यह आदेश वरिष्ठ मंडल कार्मिक मुख्यालय के द्वारा जारी किया गया है। इस आदेश के बाद से सैकड़ों ट्रैक मेंटेनर महिलाओं को फायदा होगा।
इनका कहना है
लगातार महिला ट्रैक मेंटेनर के हक में मांग की जा रही थी। मांग को विभाग ने स्वीकृति दी है। वरिष्ठ मंडल कार्मिक मुख्यालय ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। अब सैकड़ों महिला ट्रैक मेंटेनर को फायदा होगा।
एसएन शुक्ला, मंडल अध्यक्ष डब्ल्यूसीआरएमए।