इंद्रजीत सरोज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को धोखेबाज़ बताते हुये कहा जो अपने पत्नी व भगवान राम का नहीं हुआ वह आम जनता का कैसे हो सकता है। पूर्व मन्त्री ने कहा कि नोटबंदी से लेकर कर्जमाफ़ी के मुद्दे पर भाजपा ने जनता को गुमराह किया। मीडिया से बात करते हुये कहा कि यदि सपा अध्यक्ष अखिलेश निकाय चुनाव मे प्रचार कराते तो तस्वीर कुछ अलग होती। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज बहुजन समाज पार्टी छोड़ने के पाँच महीने बाद गृह जनपद आने के बाद मंझनपुर मे जुटे अपने लोगों के बीच मायावती के बारे मे खुलकर बोले|
इंद्रजीत ने बताया कि बसपा सुप्रीमो के अंदर रुपयों की भूख अभी शांत नहीं हुई, विधानसभा चुनाव मे बुरी दुर्गति होने के बाद भी मायावती ने रुपयों का लालच नहीं छोड़ा। जब उन्होने बसपा छोड़ने की बात काही तो खुद मायावती ने फोनकर उन्हे बताया कि बसपा से अब उनका कोई वास्ता नहीं रहा। समाजवादी पार्टी की रंगत मे पूरी तरह से रंग चुके इन्द्रजीत सरोज ने मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उत्तर परदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी पर जमकर कटाक्ष किया और कहा कि एक अपनी पत्नी का नहीं हुआ तो दूसर भी अपने वादे को भूल राजपाट मे व्यस्त हो गया। उन्होंने यह भी कहा कि जो पार्टी भगवान राम का नहीं हो सकी वह आम जनता का कैसे होगी।
इन्द्रजीत सरोज ने नोटबंदी को लेकर भी तंज़ कसते हुये कहा कि प्रदेश सरकार नोट बंदी के बाद प्रदेश की कई कल्याणकारी योजनाओ को बंद कर दिया, जिसमे समाजवादी पेंशन, लोहिया आवास व शादी अनुदान शामिल है| उन्होंने किसानों के कर्ज माफी को भी छलावा बताया।