भिंड जिले के मेहगांव निवासी जमालुद्दीन अपनी पत्नी नूरजहां 5 माह से गर्भवती थी, कर्नाटक एक्सप्रेस में ग्वालियर से रवाना हुई थीं। बड़ी बेटी 9 साल की अतिया और छोटी बेटी 4 साल की आथिया भी साथ में थीं।
यह भी पढ़ेंः मिसाल: कोरोना संक्रमितों का इलाज करने MP से महाराष्ट्र पहुंची महिला डॉक्टर
कर्नाटक के यादगीर में स्थित अपनी ससुराल में पत्नी को छोड़ने जा रहे थे। गुरुवार सुबह 11 बजे हरदा रेलवे स्टेशन के आगे नूरजहां को उल्टी होने लगी और चक्कर आने लगे। इस दौरान जब वो वॉशरूम गई तो अचेत होकर गिर पड़ी। चलती ट्रेन में ही अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने उसे उठाया और पानी पिलाया, लेकिन उसके शरीर में कुछ हलचल नहीं हो रही थी। ऐसी ही स्थिति में जब खंडवा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पहुंची तो साथ में मौजूद जमालुद्दीन ने पुलिस को सूचना दी। सभी ने मिलकर महिला को रेलवे स्टेशन पर उतारा, डाक्टरों ने प्रारंभिक परीक्षण के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने पंचनामा बनाकर रेलवे पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। महिला की मौत क्यों हुई है, इसके बारे में अब तक कुछ पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यह भी पढ़ेंः लाखों रेल यात्रियों के लिए जरुरी खबर, किया गया है बड़ा बदलाव
मां की मौत से अनजान थी बेटियां
जब मां को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, उसके बाद तक 9 साल और 4 साल की बेटियां अपनी मां की मौत से अनजान थीं। वे कुछ समझ नहीं पा रही थी। छोटी बेटी तो खेल में ही लगी थी। उसके पिता कई जगह फोन कर रहे थे। जिसने भी यह नजारा देखा उसकी आंखें छलक आई।