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खंडवा

शहीद मनोज अमर रहे, वंदे मातरम, के नारों से गूंज उठा जामठी

-तिरंगे में लिपटा हुआ आया बीएसएफ जवान का पार्थिव शरीर, हर आंख हुई नम-दो किमी की शव यात्रा में हजारों लोगों ने दी पुष्प वर्षा से श्रद्धांजलि-सैनिक सम्मान के साथ सेल्यूट कर दी शहीद सैनिक को अंतिम विदाई-महिलाओं ने लगाया नारा, नहीं भुला जाएगा भाई तुझे

खंडवाFeb 26, 2020 / 09:48 pm

मनीष अरोड़ा

शहीद मनोज अमर रहे, वंदे मातरम, के नारों से गूंज उठा जामठी

-तिरंगे में लिपटा हुआ आया बीएसएफ जवान का पार्थिव शरीर, हर आंख हुई नम-दो किमी की शव यात्रा में हजारों लोगों ने दी पुष्प वर्षा से श्रद्धांजलि-सैनिक सम्मान के साथ सेल्यूट कर दी शहीद सैनिक को अंतिम विदाई-महिलाओं ने लगाया नारा, नहीं भुला जाएगा भाई तुझे

खंडवा. ग्राम जामठी के बीएसएफ जवान मनोज गोलकार का पार्थिव शरीर बुधवार को तिरंगे में लिपटा हुआ गांव पहुंचा तो हर किसी की आंखे नम हो उठी। देशभक्ति के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। शहीद सैनिक के ग्राम से लेकर मुक्तिधाम तक ढाई किमी के रास्ते में सिर्फ नम आंखें, मातम से बुझे चेहरे और देशभक्ति के नारे गूंज रहे थे। पूरे रास्ते हजारों लोगों ने पुष्पवर्षा कर अपने ग्राम के शहीद को श्रद्धाजंलि अर्पित की। सुक्ता नदी के तट पर शहीद जवान को सैनिक सम्मान के साथ विदाई दी गई। मनोज का अंतिम संस्कार छोटे भाई भगवान गोलकार ने किया।
अमृतसर बीएसएफ कार्यालय परिसर मे काम करते समय सीढिय़ों से गिरकर गंभीर चोंट के चलते जामठी निवासी बीएसएफ जवान मनोज गोलकार 30 वर्ष की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी। बुधवार को सेना के वाहन द्वारा मनोज का पार्थिव देह पैतृक गांव जामठी लाए। मनोज की मृत्यु की खबर मंगलवार को ही क्षेत्र मे आग की तरह फैल गई थी और बुधवार सुबह से ही क्षेत्र के लोग पार्थिव देह का इंतजार कर रहे थे। हाईवे स्थित बोरगांव बुजुर्ग, कुमठी, रूस्तमपुर व अन्य गांव में भी ग्रामीण सडकों पर खड़े होकर मनोज के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही सेना के वाहन मे मनोज का पार्थिव शरीर पहुंचा तो लोगों ने वंदे मातरम, भारत माता की जय जैसे नारे लगा पुषपवर्षा की। सेना का वाहन जामठी पहुंचा तो एक अलग ही मातम पसर गया। सेना के जवानों ने मनोज के पार्थिव देह को परिजनों को सौंपा और फिर यहां फौजियों ने अपने साथी को सलामी दी। इस दौरान पंधाना विधायक राम दांगोरे, कांग्रेस नेता छाया मोरे, बुरहानपुर विधायक ठा. सुरेंद्रसिंह शेरा भैया, कांग्रेस नेता परमजीतसिंह नारंग, बीएसएफ के अधिकारी, सैनिक कल्याण बोर्ड अधिकारी मौजूद थे।
हजारों ग्रामीण हुए शामिल
जामठी से मनोज की शव यात्रा शुरू हुई, जिसमे बोरगांव सहित आसपास के गांव से हजारों की संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। पूरा मार्ग लोगों से भर गया व पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी देशभक्ति नारे जमकर लगाए। यात्रा दौरान पंधाना तहसीलदार विजय सेनानी व एएसपी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। शव यात्रा जामठी से होकर बोरगांव पहुंची। यहां भी गांव के मुख्य मार्गों से होकर भमराडी स्थित शांतिधाम पहुंची। यहां भी बीएसएफ सैनिकों ने अपने साथी को सलामी दे फायरिंग कर श्रद्धांजली अर्पित की।
बंद रहा पूरा बाजार
बुधवार को बोरगांव बाजार पूरी तरह बंद रहा और पूरे गांव मे सन्नाटा छाया रहा। हर ग्रामीण मनोज के पार्थिव देह की एक झलक के लिए तड़पते नजर आए। सेना का वाहन पार्थिव शरीर लेकर पहुंचा तो ग्रामीण भीड़ में घुस एक झलक के लिए टूट पड़े। इधर शव यात्रा जब बोरगांव पहुंची तो ग्राम स्थित समस्त शासकीय व प्रायवेट स्कूल के विद्यार्थी व शिक्षक भी सडकों पर खडे हो गए। और देशभक्ति नारों व पुष्पवर्षा के साथ मनोज को श्रद्धांजली अर्पित की। शांतिधाम पर विधायक राम दांगोरे ने ग्राम जामठी में मनोज गोलकार स्मारक निर्माण की घोषणा की।
होली से पहले ही आ गया
जब मनोज का पार्थिव शरीर जामठी पहुंचा तो एक अलग ही मातम छा गया। मनोज ने परिजनों से कहा था कि होली पर छुट्टी लेकर घर आएगा। पार्थिव देह पहुंचते ही परिजनों ने रोते हुए कहा कि सोचा नहीं था होली के पहले इस तरह आएगा। कुछ साल पहले ही मनोज का विवाह हुआ है और 11 माह की बेटी शगुन तो इस मातम को समझ ही नहीं पा रही थी। मनोज के पिता पन्नालाल गोलकार तो बार-बार बेहोश हो रहे थे। मनोज की माता का कुछ समय पूर्व एक्सीडेंट होने के कारण उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी कि मनोज अब नहीं रहा। वहीं, मनोज की पत्नी कविताबाई का भी रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था।

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