सत्यापन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी जिला के आला अधिकारियों की कमजोर मॉनीटरिंग के चलते जनजातीय कार्य विभाग में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। चालू शैक्षणिक सत्र में 15 लाख से अधिक सामग्री खरीदी का सत्यापन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। सामग्री सत्यापन के लिए कलेक्टर ने संयुक्त कलेक्टर अंशु जावला को निर्देश दिए थे। दस दिन पहले सत्यापन के दौरान चादर, तकिया की गुणवत्ता ठीक नहीं होने पर रिजेक्ट कर दिया गया था। तत्कालीन सहायक आयुक्त विवेक पांडेय ने सामग्री वापस कर नई सामग्री बुलाई है। इस बार सामग्री आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास में रखी गई है। इस बीच नए सहायक आयुक्त ने चार्ज संभाल लिया है। जिससे अभी तक सत्यापन की कार्रवाई नहीं हो सकी है। इससे अभी तक संबंधित छात्रावासों में सप्लाई नहीं हो सकी है।
ठंडे बस्ते में योजना, ठिठुर रहे छात्र चालू शैक्षणिक सत्र में करीब 1100 चादर-तकिया खरीदे गए हैं। नई सामग्री आने के बाद प्रक्रिया ठंडे बस्ते में पड़ गई। तत्कालीन सहायक आयुक्त इसी कार्यालय परियोजना प्रशासक के बद पर नियुक्त हो गए हैं। इसके बाद भी व्यवस्था बेपटरी है। विभागीय अधिकारियों की शिथिलता के चलते ठंड में छात्र ठिठुर रहे हैं।