हृदयाघात बताया जा रहा है कारण हुगली
राज्य के एक वैज्ञानिक की पेरिस में संदिग्ध हालात में मौत होने का मामला बुधवार को प्रकाश में आया। उत्तरपाड़ा निवासी वैज्ञानिक की मौत की खबर के बाद से उसके घर व आस-पास में सन्नाटा पसर गया। उत्तरपाड़ा थाना इलाके के भद्रकाली के बाचस मति सरणी घड़ी बाड़ी माठ के पास रहने वाले वैज्ञानिक स्निगधदीप दे (४०) की रविवार को पेरिस में मौत हो गई। रविवार को पेरिस पुलिस ने स्निगधदीप दे के शव को उसके घर का दरवाजा तोड़ कर बाहर निकाला था। चार साल से वह फ्रांस की राजधानी पेरिस में रहकर बायोलॉजी में शोध कर रहा था। परिवार के लोगों ने बताया कि प्रतिदिन उससे मोबाइल व स्काइप से बात-चीत होती थी। शनिवार तक बात-चीत हुई थी। लेकिन रविवार को उससे कोई बात नहीं हुई। तब परिवार के लोग चिंतित हो गए। अमरीका में रहने वाले उसके दो दोस्तों से सोमवार को जब बात की गई तब पता चला कि स्निगधदीप दे की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। पेरिस पुलिस ने बताया कि उसकी मृत्यु की सूचना पेरिस स्थित भारतीय दूतावास को भी दे दी गई है। उसके परिवार के लोगों ने देश की विदेश मंत्री
सुषमा स्वराज से भी संपर्क किया है। उसके शव को बंगाल लाने का प्रयास किया जा रहा है। ड़ेढ साल पहले चुंचुड़ा की रहने वाली पायल के साथ उसकी शादी हुई थी। शादी के बाद दोनों पेरिस में ही रहते थे। गर्भवती होने पर पायल वापस उत्तरपाड़ा आ गई। जनवरी माह में पायल ने बच्चे को जन्म दिया। उस समय स्निगधदीप दे भी अपने घर आया था। उसके बाद पुन: पेरिस चला गया। दामाद की मृत्यु के कारण पायल के माता-पिता भी दु:खी हैं। उनकी मांग है कि दामाद की मृत्यु की जांच हो और उसके शव को बंगाल लाने की व्यवस्था की जाए। साथ ही उनकी बेटी को एक नौकरी की व्यवस्था भी की जाए। जिससे वह स्निगधदीप दे के माता-पिता की देख-रेख कर सके।