और 14 दिन जेल में काटेंगे पूर्व मंत्री पार्थ, अर्पिता
शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी निकट सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को अगले 14 दिन फिर से जेल में ही काटने होंगे। बैंकशाल कोर्ट ने गुरुवार को पार्थ की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें और अर्पिता को 31 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
और 14 दिन जेल में काटेंगे पूर्व मंत्री पार्थ, अर्पिता
शिक्षक भर्ती घोटाला: बैंकशाल कोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका
कोलकाता. शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी निकट सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को अगले 14 दिन फिर से जेल में ही काटने होंगे। बैंकशाल कोर्ट ने गुरुवार को पार्थ की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें और अर्पिता को 31 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जांच अधिकारी दोनों से जेल जाकर पूछताछ कर सकते हैं। दोनों को ईडी ने 22 जुलाई को गिरफ्तार किया था। पहले दोनों 14-14 दिनों तक ईडी की हिरासत में थे। उसके बाद दोनों 14-14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए थे। गुरुवार को हिरासत की अवधि खत्म होने पर दोनों को अदालत में पेश किया गया।
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खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर मांगी जमानत
वकीलों ने चटर्जी के खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर जमानत की मांग की। वकीलों ने बताया कि चटर्जी का हीमोग्लोबिन स्तर 8.4 है जो 13 होना चाहिए। क्रिएटिनिन भी बढ़ा हुआ है। चलने में भी परेशानी होती है। इस पर ईडी के वकील ने अदालत से कहा कि उनका मेडिकल परीक्षण भुवनेश्वर के एम्स में किया गया था। हर दूसरे दिन जोका के ईएसआई में मेडिकल जांच की जा रही है। उम्रगत समस्याएं हैं लेकिन कुछ गंभीर नहीं है। ईडी ने दावा किया कि पार्थ के खिलाफ कई नए आरोप सामने आ रहे हैं। जिनकी जांच की आवश्यकता है। ईडी के वकील ने दावा किया कि पार्थ चटर्जी पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं करते हैं। अपने ही बयान का कागज फाड़ चुके हैं। वहीं अर्पिता मुखर्जी के वकीलों ने जमानत के लिए आवेदन नहीं किया।
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60 खाते, 30 फर्जी कंपनियों का पता चला
ईडी के वकील ने अदालत में बताया कि घोटाले की जांच के दौरान पिछले कुछ दिनों में पार्थ और अर्पिता के नाम के 60 बैंक खातों का सुराग मिला है। काली कमाई को सफेद करने वाली 30 फर्जी कंपनियों के नाम सामने आए हैं। उत्तर 24 परगना में एक फार्म हाउस का पता चला है। जिसमें बड़ी रकम का निवेश किया गया है। पार्थ चटर्जी की दिवंगत पत्नी बबली चटर्जी के नाम पर ट्रस्ट बनाया गया है। पूर्व मंत्री के करीबी एक अंतरराष्ट्रीय स्कूल संचालित करते हैं। ट्रस्ट के जरिए विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी राशि निवेश की गई है। पूछताछ में पार्थ इन सभी मामलों ंपर चुप्पी साध लेते हैं इसलिए उनसे और पूछताछ की जरूरत है।
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समय आने पर सब साबित होगा: पार्थ
अदालत के कटघरे में खड़े होकर पूर्व मंत्री ने कहा कि समय आने पर सब साबित हो जाएगा। किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। उनकी इस तरह की टिप्पणी के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। उन्होंने ऐसी टिप्पणी किसके लिए और क्यों की? इसपर कयास लगने शुरू हो गए हैं। इससे पहले पार्थ और अर्पिता को गुरुवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया। पहले अर्पिता को कोर्ट रूम में लाया गया उसके निकलने के बाद पार्थ चटर्जी कोर्ट रूम में दाखिल हुए।
इसके बाद पार्थ चटर्जी ने कटघरे में खड़े होकर धीरे से अंग्रेजी में कहा कि समय पर सब कुछ सिद्ध हो जाएगा। किसी को नहीं