सरायपाली खदान से प्रभावित होने वाले 320 भू-विस्थापित नौकरी के योग्य पाए गए हैं। प्रबंधन 179 खातेदारों को नौकरी दे चुका है। 141 खातेदारों की नौकरी पर पेंच फंसा हुआ है। प्रबंधन की ओर से छह खातेदार को नौकरी देने के लिए बुधवार को इंटरव्यू कॉल करने की जानकारी प्रबंधन को दी गई थी। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुुआ है कि इंटरव्यू हुई या नहीं।
तेरह खातेदारों की नौकरी की फाइल मुख्यालय स्तर पर लंबित है। 40 खातेदारों को नौकरी की अर्जी देने के लिए प्रबंधन की ओर से फार्म उपलब्ध कराया गया है। जबकि 65 खातेदार ऐसे हैं, जिनके परिवार में नौकरी को लेकर सहमति नहीं बन सकी है। प्रशासन के जरिए प्रबंधन से सरायपाली के 365 लोगों ने पुनर्वास के लिए मुआवजा की मांग की है।
एनएच डबललेन करना था तो काट डाले 30 हजार पेड़, लगाने की बारी आई तो फंड होने के बावजूद अफसरों के पास समय नहीं अभी तक प्रबंधन 265 भू- विस्थापितों के लिए पुनर्वास राशि की स्वीकृत प्रदान कर चुका है। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि सभी 365 प्रभावितों को एक साथ राशि दी जाए। तब ही पैसे लेंगे। ग्रामीणों की एकजुटता से प्रबंधन परेशान है। हालांकि प्रबंधन की ओर से नौकरी और पुनर्वास से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया जा रहा है। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक कोयला खनन नहीं होने दिया जाएगा।
– सरायपाली खदान से प्रभावित होने वाले 265 लोगों को पुनर्वास राशि का चेक तैयार किया गया है। भू- विस्थापितों को सभी को एक साथ राशि देने की मांग की है। मुआवजा लेने से इनकार किया है। 100 फाइलें लंबित है। इस पर कार्रवाई चल रही है- प्राजंल मिश्रा, नायब तहसीलदार, पाली