इस पर कंपनी भारी भरकम राशि निवेश करने जा रही है। कंपनी की ओर से बताया गया है कि अभी तक कंपनी थर्मल प्लांट के लिए कोयले की आपूर्ति करती है और संबंधित कंपनियों से अनुबंध के तहत प्राप्त होने वाली बिजली का उपयोग खदान में भारी मशीनों को चलाने व कॉलोनियों को रोशन करने के लिए करती है। कंपनी अपनी नीति में बदलाव करने जा रही है। इसके तहत कंपनी सरगुजा संभाग में स्थित भटगांव और विश्रामपुर में सोलर परियोजना (SECL CG Solar Energy ) स्थापित कर रही है।
ग्रिड के जरिए खुद करेगी इस्तेमाल
कंपनी की ओर से बताया गया है कि सोलर परियोजना (SECL CG Solar Projects) से प्राप्त होने वाली बिजली को लाइन के रास्ते ग्रिड को दिया जाएगा। ग्रिड से यह बिजली कंपनी अपने उपयोग के लिए लेगी। इसके बाद शेष बची बिजली सस्ते दर पर उन कंपनियों को प्रदान की जाएगी जिसके तहत एसईसीएल का अनुबंध होगा।
CG Solar Energy: 40 मेगावॉट बिजली उत्पादन का लक्ष्य
पहले चरण में भटगांव एरिया में 20 मेगावॉट की सोलर परियोजना के कमिशनिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा विश्रामपुर में 12 मेगावॉट की परियोजना की कमिशनिंग को लेकर तैयारी पूरी हो गई है। विश्रामपुर में ही प्रस्तावित 8 मेगावॉट सोलर परियोजना (CG Solar Projects) पर तेजी से कार्य चल रहा है। इसके जल्द पूरी होने की संभावना है। कंपनी का लक्ष्य है कि मई तक भटगांव और विश्रामपुर की सोलर परियोजना से 40 मेगावॉट बिजली का उत्पादन किया जाए।
रूफ टॉप सोलर परियोजना पर भी कार्य
जनसंपर्क अधिकारी सनिषचंद्र का कहना है कि ग्राउंड माउंटेड ग्रीड कनेक्टेड सोलर परियोजना (CG Solar Projects) पर कार्य चल रहा है। भटगांव एरिया में 20 मेगावॉट सोलर यूनिट के कमिशनिंग का कार्य पूरा हो गया है। विश्रामपुर में 12 मेगावॉट की दूसरी इकाई के कमिशनिंग का कार्य जल्द पूर्ण किया जाएगा। 8 मेगावॉट की यूनिट पर काम चल रहा है। इसके अलावा रूफ टॉप के तहत 4000 किलोवॉट बिजली सोलर सिस्टम से तैयार करने की योजना पर कार्य चल रहा है।