Read more : नशीला पदार्थ पिलाकर करता था महिला का यौन शोषण, अब भुगतेगा ऐसी सजा… रोक के कारण, निवारण, अनुसंधान व रोग के प्रति जागरूकता समेत विभिन्न सम्बन्धित विषयों पर व्याख्यान व पैनल डिस्कशन होगा। कॉन्फ्रेंस में शल्य चिकित्सा, किमौथैरेपी, रेडियो थैरेपी, संबन्धित वैज्ञानिक विधियों पर चिंतन व मंथन भी किया जाएगा।
सचिव डॉ. लक्ष्मी अग्रवाल ने बताया कि वैज्ञानिक तकनीक व इलाज के तरीकों में आ रहे बदलाव पर भी चर्चा की जाएगी। एसीएच के अध्यक्ष डॉ. असीतावा मंडल, प्रोटोन केंसर सेंटर अध्यक्ष व तिरुनेवेली मेडिकल कॉलेज में आचार्य डॉ. स्वामीनाथन, जेएलएनएम मेडिकल कॉलेज रायपुर की डीन डॉ. रेणुका व आईआरआईए प्रधान डॉ. संगीता सक्सेना मुख्य वक्ता रहेंगे।
Read more : कोटा में फिर धाय धाय, पहले चाकू से हमला फिर चलाई गोली ,सरेबाजार युवक को गोलियों से भुना,मचा हड़कंप… आयोजन समिति के संरक्षक डॉ. वेदप्रकाश गुप्ता ने बताया कि स्तन कैंसर इस तरह की कोटा में यह पहली कॉन्फ्रेंस है। डॉ. सक्सेना ने बताया कि डब्ल्यू एच ओ की एक रिपोर्ट के अनुसार हर वर्ष एक मिलीयन स्तन कैंसर के रोगी बढ़ रहे हैं। कर्म उम्र व गर्भवती महिलाओं में भी यह रोग तेजी से बढ़ रहा है।