scriptबजरी खनन पर लगी रोक तो निर्माण कार्य हुए ठप तो ठेकेदारों ने निकाला Dangerous जुगाड़ | Creating Risks From Crusher Dust | Patrika News
कोटा

बजरी खनन पर लगी रोक तो निर्माण कार्य हुए ठप तो ठेकेदारों ने निकाला Dangerous जुगाड़

प्रदेश में बजरी खनन पर कोर्ट की रोक के बाद निर्माण कार्य ठप से हो गए हैं। स्टॉक में रखी बजरी भी अब खत्म होने लगी है।

कोटाJan 04, 2018 / 06:42 pm

shailendra tiwari

KOTA
कोटा .

प्रदेश में बजरी खनन पर कोर्ट की रोक के बाद निर्माण कार्य ठप से हो गए हैं। स्टॉक में रखी बजरी भी अब खत्म होने लगी है। जो निर्माण कार्य चल रहे हैं, उनके ठेकेदार महंगे दामों पर बजरी खरीदकर काम चला रहे हैं। कुछ ठेकेदारों द्वारा अनधिकृत रूप से बजरी की जगह क्रॅशर डस्ट का उपयोग किया जा रहा है।
PHOTOS: बाजारों में सन्नाटा, लोग घरों में कैद, तस्वीरों में देखिए बूंदी के हालात

मुश्किल से मिल रही

बिल्डर मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि बजरी खनन पर रोक के बाद शहर में 80 फीसदी निर्माण कार्य ठप हो गए। 20 फीसदी छोटे निर्माण कार्यों में 10 फीसदी बजरी व 10 फीसदी क्रॅशर डस्ट काम में ली जा रही है। क्रॅशर डस्ट का निर्माण में उपयोग होने से दामों में भी तेजी आ गई। जो डस्ट पहले 10-12 रुपए फीट में आसानी से मिलती थी, वह आज 20 रुपए फीट में भी मिलना मुश्किल है।
यह भी पढ़ें

सब्जी लाते वक्त रहें सावधान, फिर बाइक सवार ले उड़े हैं महिला का पर्स



बजरी के दाम दोगुने

बजरी के थोक सप्लायर लोकेश जैन ने बताया कि रोक के बाद हाड़ौती में चल रहे सरकारी निर्माण कार्य, बिल्डिंग वक्र्स, बड़े प्रोजेक्ट बंद हो गए। बजरी के दाम दोगुने हो गए। पहले थोक में बजरी 18-20, रिटेल में 24-28 रुपए फीट में आसानी से मिल जाती थी। अब दाम बढ़कर थोक में 48-50, रिटेल में 60-65 रुपए फीट हो गए।
यह भी पढ़ें

अब कोटा के गांवों में ढूंढते रह जाओगे हाथ में लौटा



रोज 50 गाड़ी आ रही

कोटा में रोजाना टोंक से 50 गाड़ी बजरी का अवैध रूप से परिवहन हो रहा है। बडग़़ांव टोल नाके के पास व लालसोट मेगा हाइवे पर केशवरायपाटन तक रातभर बजरी भरे ट्रक खड़़े रहते हैं। इस मार्ग पर परिवहन विभाग की चेकपोस्ट भी है। इसके बावजूद कोई लगाम नहीं है। वहां से बजरी भरे ट्रक सीधे शहर के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित बजरी मंडियों में खाली हो जाते हैं।
यह भी पढ़ें

उपद्रवियों ने डीजल से भरे ड्रम को आग के हवाले कर लगाया जाम, पत्थरबाजी में लोग हुए लहूलुहान, नमाना सहित अन्य कस्बे बंद



महत्वपूर्ण निर्माण में उपयोगी नहीं

सिविल इंजीनियर अजय बाकलीवाल ने बताया कि सामान्य निर्माण कार्य में तो क्रॅशर डस्ट का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन मकान की छत डालने, बीम खड़े करने आदि महत्वपूर्ण निर्माण कार्य में क्रेशर डस्ट का उपयोग जोखिम भरा है। बजरी का ‘सीवी एनॉलिसिस कर उपयोग करना चाहिए। इसमें 7 छलनी में बजरी की छनाई की जाती है। एक से 4 नम्बर की छलनी तक की बजरी को तो निर्माण कार्यों में उपयोग कर सकते हैं, लेकिन 5 से 7 नम्बर की छलनी में आई डस्ट का उपयोग महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों में जोखिम भरा होता है।

Home / Kota / बजरी खनन पर लगी रोक तो निर्माण कार्य हुए ठप तो ठेकेदारों ने निकाला Dangerous जुगाड़

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो