8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

JEE Advanced 2018: इस बार आईआईटी पर मद्रास का कब्जा!

देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड रविवार को ऑनलाइन मोड पर हुई। इसमें सबसे ज्यादा विद्यार्थी आईआईटी मद्रास जोन से रहे।

2 min read
Google source verification

कोटा

image

Zuber Khan

May 21, 2018

JEE Advanced 2018

आईआईटी एडवांस: इस बार आईआईटी पर मद्रास का कब्जा!

कोटा . देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड रविवार को ऑनलाइन मोड पर हुई। देश के 155 शहरों एवं 6 अन्य देशों इथोपिया, नेपाल, सिंगापुर, बांग्लादेश, दुबई व श्रीलंका में परीक्षा हुई। राजस्थान में जयपुर, अजमेर , अलवर, बीकानेर , जोधपुर , सीकर व उदयपुर शहरों में परीक्षा हुई। इसमें सबसे ज्यादा विद्यार्थी आईआईटी मद्रास जोन से रहे। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि मद्रास आईआईटी से ही सबसे ज्यादा आईआईटीयन बनेंगे। इनका रिजल्ट अच्छा रहा तो मनचाही ट्रेड मिल सकेगी।

Read More: सावधान! लीकेज पाइप लाइन से बहते पानी में नहाना है बेहद खतरनाक, कोटा में हो गई मासूम की मौत

सबसे ज्यादा विद्यार्थी आईआईटी मद्रास जोन से

पेपर वन के लिए कुल 1 लाख 57 हजार 496 विद्यार्थियों में से सबसे ज्यादा विद्यार्थी आईआईटी मद्रास जोन से 36 हजार 196 थे। आईआईटी मुम्बई जोन से 27 हजार 4, आईआईटी दिल्ली जोन से 31 हजार 66, आईआईटी गुवाहाटी जोन से 11 हजार 372, आईआईटी कानपुर जोन से 19 हजार 745, आईआईटी खडग़पुर जोन से 18 हजार 161 व आईआईटी रुड़की जोन से 13 हजार 979 विद्यार्थी परीक्षा के लिए पंजीकृत थे। इसके अलावा पेपर टू के लिए 1 लाख 55 हजार 91 विद्यार्थी ही उपस्थित हुए।

Read More: कोटा के इन Doctor's के दामन पर लगे भ्रष्टाचार के दाग फिर भी 17 साल से कर रहे मौज


परीक्षा में यह रहा खास
ऑनलाइन एग्जाम से 20 मिनट पूर्व विद्यार्थियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। जिससे विद्यार्थियों का परीक्षा के दौरान समय बचा। परीक्षा में विद्यार्थियों को ट्रांसपेरेन्ट पेन, पेंसिल रबर के अलावा पानी की बोतल भी लाने की अनुमति दी गई। कुल प्रश्नों की संख्या 54 थी। प्रश्नों की संख्या न तो बढ़ाई गई है, न ही कम की गई है। पिछले वर्ष की तुलना में अधिकतम अंक 183 की जगह 180 कर दिए गए हैं। ऑनलाइन पेपर होने से विद्यार्थियों के पास किसी भी ऑप्शन को चुनने के बाद बदलने की सुविधा थी। परीक्षार्थियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बॉयोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करने का प्रावधान था।