चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त व सितम्बर में कोटा शहर में डेंगू ने कहर बरपाया है। अगस्त में 283 मरीज मिले, जबकि सितम्बर के इन 25 दिनों में डेंगू के 661 मरीज सामने आ चुके हैं। इन दो माह में करीब 944 डेंगू मरीज सामने आ चुके हैं। 7 डेंगू मरीजों की मौत हुई, जबकि चिकित्सा विभाग ने एक मरीज की ही मौत माना है। सोमवार को भी डेंगू के 13 रोगी सामने आए हैं।
डेंगू का स्ट्रेन बदला
इस बार कोटा समेत प्रदेशभर में डेंगू का स्ट्रेन बदला। कोटा के रोगियों में स्ट्रेन डी-2 भी मिला। इसकी मोरटेलिटी रेट अन्य स्ट्रेन से ज्यादा होती है। यह स्ट्रेन काफी खतरनाक होता है।
सितम्बर में यहां मिले सबसे अधिक मरीज
तलवंडी- 203 अनंतपुरा- 79
महावीर नगर-64 कुन्हाड़ी- 53
भीमगंजमंडी- 34 विज्ञान नगर- 26
गोविंद नगर-19 नयागांव- 18
बापू बस्ती-18 भदाना- 16
रंगबाड़ी-12 केशवपुरा-16
काला तालाब-10
माह वार डेंगू मरीज
जुलाई- 16 अगस्त – 283
सितम्बर- 661
पांच साल के आंकड़े
2016- 738
2017-1863
2018-759
2019-1342
2020- 15
Dengue Alert: राजस्थान में बढ़ा डेंगू का खतरा, पांच हजार से ज्यादा मरीज आए सामने
बारिश से सर्वे फेल
कोटा शहर में लगातार हुई बारिश के चलते डेंगू का प्रकोप बढ़ा है। हालांकि सावन के दो माह सूखे बीते हैं, लेकिन इस बीच मौसम अनुकूल होने से मच्छरों को प्रजनन का समय मिल गया। सितम्बर में बारिश के चलते चिकित्सा विभाग का सर्वे भी फेल हो गया।
स्क्रब टायफस भी 113
बारिश के मौसम में फैलने वाली बीमारी स्क्रब टायफस का भी प्रकोप बढ़ा है। इस सीजन में अब तक कुल 113 स्क्रब टायफस मरीज सामने आ चुके हैं। एक मरीज की मौत हो चुकी है।
आमजन को जागरूक होने की जरूरत
कोटा शहर में इस बार लगातार बारिश होेने व मौसम के उतार-चढ़ाव के चलते डेंगू के मरीज बढ़े है। विभाग की टीमें घर-घर सर्वे कर रही है, लेकिन बारिश सर्वे में खलल डाल रही है। कोटा शहर में करीब 200 टीमें, अकेले तलवंडी हॉट स्पॉट क्षेत्र में करीब 70 तथा ग्रामीण में 500 टीमें काम कर रही हैं। एंटी लार्वा एक्टिविटी की जा रही है। आमजन को भी जागरूक होने की जरूरत है। घरों की छतों पर रखे कबाड़ को साफ कर लें, सप्ताह में एक दिन कूलर को साफ करें। घरों के बाहर पशुओं के लिए रखी टंकियों की सफाई करें। आसपास क्षेत्र में पानी भराव में जला हुआ ऑयल तेल डाल दें।
डॉ. जगदीश कुमार सोनी, सीएमएचओ