पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच मालखाने से लाखों का सोना गायब!
उन्हें गोविन्दपुरा बावड़ी के यहां रोकने की कोशिश की लेकिन नहीं रुके। जब जीप को उनके आगे लगाया तो चारों डम्पर सड़क के किनारे ही बजरी खाली कर वहां से फरार हो गए। निरीक्षक ने इन्हें जाते वक्त रोकने की कोशिश की तो एक डम्पर चालक ने उन पर ही डम्पर चढ़ाने की कोशिश की। इस पर उन्होंने साइड में हटकर अपनी जान बचाई। निरीक्षक ने इसकी सूचना तालेड़ा पुलिस को दी है।
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तोड़े विद्युत पोल
परिवहन निरीक्षक को देख आनन-फानन में डम्पर चालकों ने उन्हें पुन: बूंदी की तरफ घुमाने की कोशिश की तो सड़क के किनारे लगे हुए करीब आधा दर्जन विद्युत के पोल को टक्कर मार दी। इससे वहां पर कई विद्युत पोल टूट गए। गौरतलब है कि शहर में दिन-रात बजरी से भरे ट्रक आ रहे हैं। परिवहन व पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने से बजरी माफियाओं के हौलसे बुलंद हो रहे हैं।
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10 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी रोक
राजस्थान में 10 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने बिना पर्यावरण की मंजूरी के 82 लीज धारकों की ओर से नदी क्षेत्र में अंधाधुंध बजरी खनन से होने वाले पर्यावरण के नुकसान को देखते हुए रोक लगा दी। कोर्ट ने लीज धारकों के साथ राज्य सरकार की मिलीभगत के आरोपों को लेकर राज्य के मुख्य सचिव को 4 सप्ताह में हलफनामा पेश करने का कहते हुए रोक लगा दी। अब सचिव के हलफनामे के बाद सुनवाई की जाएगी। उसके बाद भी कुछ लीज धारक रोक से पहले जहां खनन कर रहे थे अब भी वहीं से अवैध रूप से रात को खनन कर रहे हैं।