सरकार का प्रयास है कि विधानसभा चुनाव से पहले चम्बल में क्रूज चलने लगे। यह सब कुछ कोटा को टूरिज्म सिटी बनाने के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। नगर विकास न्यास सचिव राजेश जोशी ने बताया कि चम्बल नदी में क्रूज संचालन को लेकर बैठक का आयोजन 2 जून को सुबह 11 बजे कलक्ट्रेट में जिला कलक्टर ओपी बुनकर की अध्यक्षता में होगा। इसमें क्रूज संचालन के बारे में बड़ा फैसला होने की उम्मीद है। इसमें जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग, यूआईटी, वन विभाग समेत इस प्रोजेक्ट से जुड़े विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे।
इसलिए चुना कोटा को
राज्य सरकार ने जनवरी माह में राज्य में क्रूज टूरिज्म शुरू करने का ऐलान किया है। इसमें कोटा का चयन किया गया है। प्रदेश की एक मात्र सदानीरा चम्बल नदी कोटा में है। इसलिए चम्बल नदी में क्रूज संचालन का निर्णय किया है। पर्यटन विभाग ने इसका खाका तैयार किया है। पर्यटन विभाग का मुख्य फोकस चम्बल नदी पर पर्यटकों के लिए क्रूज शिप संचालन करने पर है। इसके साथ ही प्रदेश की अन्य बड़ी झीलों, तालाबों पर हाउस बोट संचालन की भी तैयारी की जा रही है। क्रूज टूरिज्म से प्रदेश में पर्यटन के नए क्षेत्रों का विकास होगा, रोजगार के अवसर मिलेंगे।
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पर्यटन विकास, रोजगार के अवसर पैदा होंगे
देश में गंगा नदी सहित अन्य प्रमुख नदियों एवं जल क्षेत्रों में इस तरह के क्रूज संचालित किए जा रहे हैं। इससे उन क्षेत्रों में पर्यटन विकास एवं रोजगार के लिए नई सम्भावनाएं खुली हैं। प्रदेश में भी इसी तर्ज पर चम्बल नदी और अन्य प्रमुख झीलों, तालाबों आदि में क्रूज शिप तथा हाऊस बोट चलाने के प्रयास शुरू किए गए हैं।
ठेके पर चलाएंगे क्रूज
विभाग के अधिकारियों की मानें तो क्रूज को ठेके पर संचालित किया जाना प्रस्तावित है। चम्बल नदी में क्रूज संचालन के लिए कुछ कम्पनियों ने रुचि भी दिखाई है। कोटा में क्रूज को पर्याप्त ट्रैफिक मिलने की उम्मीद है। इसलिए कम्पनियां यहां रुचि दिखा रही हैं।